Assistant Teacher Recruitment Exam: प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा देंगे 20 हजार अभ्यर्थी, इन चीजों पर हरेगी पाबंदी
Assistant Teacher Recruitment Exam प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा रविवार को जिले के 40 केंद्रों पर होगी। परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली की परीक्षा 10 बजे से 12.30 बजे तक तथा दूसरी पाली 2 से 3 बजे तक आयोजित होगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Assistant Teacher Recruitment Exam एडेड जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा रविवार को जिले के 40 केंद्रों पर होगी। परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली की परीक्षा 10 बजे से 12.30 बजे तक तथा दूसरी पाली 2 से 3 बजे तक आयोजित होगी। पहली पाली में सहायक अध्यापक पद के 19470 तथा दूसरी पाली में प्रधानाध्यापक पद के लिए 1234 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी स्मार्ट फोन नहीं ले जा सकेंगे
शासन ने शांतिपूर्वक व सकुशल परीक्षा कराने के लिए निर्देश जारी कर दिया है। परीक्षा के दौरान केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी स्मार्ट फोन लेकर नहीं जा सकेंगे। उन्हें सामान्य की पैड वाला कैमरा रहित मोबाइल फोन ही ले जाने की छूट रहेगी। परीक्षा केंद्र के 200 गज की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी। केंद्र पर अभ्यर्थी, कक्ष निरीक्षक, कर्मचारी किसी को मोबाइल फोन, नोटबुक व इलेक्ट्रानिक उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं है। अभ्यर्थी प्रवेशपत्र, फोटोयुक्त पहचान पत्र व दो पेन ले जा सकते हैं।
इसके अलावा अन्य सामग्री अनुचित मानते हुए जब्त कर ली जाएगी। परीक्षार्थी को परीक्षा खत्म होने से पहले जाने के लिए अनुमति नहीं होगी।परीक्षा शांतिपूर्ण कराने के लिए मंडल मुख्यालय पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति गठित की गई है। इसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक, प्राचार्य डायट, एडी बेसिक व बीएसए को सदस्य बनाया गया है, जबकि डीआइओएस सदस्य सचिव होंगे।
प्रश्नपत्र खोलने के दौरान होगी वीडियो रिकार्डिंग
परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र खोलने की वीडियो रिकार्डिंग होगी। इसी तरह से उत्तर पुस्तिकाएं भी स्कोर्ट की निगरानी में भेजी जाएगी। ओएमआर शीट की एक प्रति अभ्यर्थी अपने साथ ले जा सकेंगे।
परीक्षा की तैयारियां पूरी की ली गईं हैं। परीक्षा के दौरान शासन के निर्देश का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि शुचितापूर्ण व नकलविहीन परीक्षा संपन्न हो सके। - ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआइओएस।