गोरखपुर में कोरोना संक्रमितों के लिए उपलब्ध हैं 1847 बेड, चार सौ और बेड शीघ्र् मिलेंंगे Gorakhpur News
गोरखपुर के डीएम के अनुसार गोरखपुर में कोरोना संक्रमितों के लिए 1847 बेड उपलब्ध हैं। शीघ्र ही चार सौ और बेड मिलेंंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर जिले में कोरोना संक्रमितों के इलाज को लेकर प्रशासन व्यवस्था करने में जुटा है। एल-1 एल-2 व एल-3 श्रेणी के अस्पतालों में इस समय 1847 बेड उपलब्ध हैं। एल-2 एवं एल-3 श्रेणी के 400 और बेड जल्द ही उपलब्ध हो जाएंगे।
एम्स में 100 व बीआरडी मेडिकल कालेज में जल्द मिलेगी 300 बेड की सुविधा
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि जिले में चार केंद्रों को एल-1 के रूप में अधिग्रहित किया गया है। यहां 1400 से अधिक बेड की सुविधा है। एल-2 फैसिलिटी सेंटर के रूप में नौ अस्पतालों को चिन्हित किया गया है, जिसमें 222 बेड जबकि एल-3 के रूप में चिन्हित दो फैसिलिटी सेंटर में 225 बेड उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त बीआरडी मेडिकल कालेज के बाल रोग संस्थान में 300 बेड का एल-2 एल-3 अस्पताल शीघ्र शुरू हो जाएगा। एम्स में भी 100 बेड का अस्पताल शुरू होगा। उन्होंने बताया कि जिले में 840 सर्विलांस टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं। कोविड 19 संक्रमण के साथ-साथ संचारी रोग पर भी नियंत्रण किया जा रहा है।
चार निजी लैब कर रहे कोरोना संक्रमण की जांच
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 77264 जांच हुई है, जिसमें से 6563 पॉजिटिव तथा 70701 निगेटिव मामले मिले हैं। मेडिकल कालेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में अभी तक 47731 जांच, ट्रूनेट मशीन से 1506 तथा एंटीजन किट से 2807 जांच हुई है। जिले में 9000 एंटीजन किट उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि चार निजी लैब द्वारा कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है। गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय सहित अन्य चिकित्सालयों में कोरोना संक्रमितों की जांच के साथ उनका इलाज किया जा रहा है।
उपलब्ध कराया रोजगार
जिलाधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के समय बाहर से आए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। 450 कामगारों को एक जिला, एक उत्पाद व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत प्रशिक्षित किया गया। 100 से अधिक लोगों को विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में नौकरी मिली है। कई लोगों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध कराया गया है। मनरेगा के तहत 37.47 लाख मानव दिवस सृजित कर 147000 परिवारों को रोजगार दिया गया।