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Lockdown में फंसे हैं 175 विदेशी नागरिक, जानें-कहां ठहरे हैं सभी पर्यटक Gorakhpur News

विदेशियों में सर्वाधिक संख्या थाईलैंड नागरिकों की है। फिलहाल सभी विदेशी नागरिक स्वस्थ हैं। इनके मामले को लेकर प्रशासन शासन से लगातार संपर्क में है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2020 05:01 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 05:01 PM (IST)
Lockdown में फंसे हैं 175 विदेशी नागरिक, जानें-कहां ठहरे हैं सभी पर्यटक Gorakhpur News
Lockdown में फंसे हैं 175 विदेशी नागरिक, जानें-कहां ठहरे हैं सभी पर्यटक Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर चल रहे लाॅकडाउन के कारण अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में विभिन्न कारणों से आए लगभग आधा दर्जन देशों के 175 विदेशी नागरिक फंस गए हैं। वह अपने देश लौटने के लिए स्थिति सामान्य होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। फिलहाल सभी विदेशी नागरिक स्वस्थ हैं। इनके मामले को लेकर प्रशासन शासन से लगातार संपर्क में है। शासन से मिले निर्देश के बाद इनके संबंध में प्रशासन आगे की कार्यवाही करेगा।

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16 मार्च से ही ठहरे हैं अमेरिका, रूस और जापान के पर्यटक

यहां रुके विदेशियों में सर्वाधिक संख्या थाईलैंड नागरिकों की है। विपश्यना केंद्र गुरुमिया बनवारी टोला में विपश्यना करने आए ट्यूनीशिया के जैयद नकीर, अमेरिका की पौला हारेन, रूस की एकातेरिना व जापान के सेजी मोरिसिक 16 मार्च से ही रुके हुए हैं। चिली की मारिया कारीजो वर्ल्ड लिहन सन वियतनाम चाइनीज बुद्ध मंदिर में जनता कर्फ्यू के दिन 22 मार्च से रुकी हुई हैं। मेक्सिको की एना लेटेजिया यहां विपश्यना करने के लिए आई थीं। लाकडाउन के बाद वह तिब्बती बुद्ध मंदिर में ठहरी हुई हैं।

थाईलैंड के 139 बौद्ध भिक्षु भी वापस जाने के इंतजार में

बौद्ध तीर्थ स्थलों के पैदल भ्रमण पर आए 139 थाई बौद्ध भिक्षु भी थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री परिसर के पीछे प्राकृतिक वातावरण में रह रहे हैं। स्वदेश जाने के लिए वे भी लाॅकडाउन हटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ये बौद्ध भिक्षु यहां से पैदल निकल गए थे, लेकिन लाॅकडाउन के कारण इन्हें यहां लौटना पड़ा। कुछ अन्य विदेशी नागरिक बुद्ध विहारों में भी ठहरे हुए हैं।

दूतावासों से संपर्क में है प्रशासन

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार पांडेय का कहना है कि कुशीनगर में रुके विदेशी नागरिकों को लेकर प्रशासन शासन और उनके दूतावासों से संपर्क में है। सभी विदेशी नागरिक ठीक हैं। उन्हें अपने देश ले जाने के लिए वहां के दूतावास को प्रबंध करना है। इस बावत शासन से जो भी निर्देश मिलेगा, उसका पालन किया जाएगा। प्रतिदिन मैं इसकी खुद मानीटरिंग करता हूं। उनसे मिलता हूं, उन्हें कोई परेशानी नहीं है। प्रशासन उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार है।  


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