एसी वार्ड में उबल रहे मरीज
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बीआरडी मेडिकल कालेज में खासतौर पर इंसेफ्लाइटिस के मरीजों के लिए बीस करो
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
बीआरडी मेडिकल कालेज में खासतौर पर इंसेफ्लाइटिस के मरीजों के लिए बीस करोड़ की लागत से बने सेंट्रल एसी वाले वार्ड में जैसे आग बरसती रही है। ऐसा यहां एसी के कई जगहों पर खराब होने से हुआ है। इससे वार्ड के 60 से अधिक बेड प्रभावित हैं। बुखार से तपते मरीजों की हालत जहां बिगड़ रही है। वही नवजात वार्ड में छोटे-छोटे बच्चे भी परेशान है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह वार्ड दो मंजिला है। इसका पूर्ण रूप से वातानुकूलित होना ही आज समस्या का कारण बन गया है। सेंट्रल एसी यहां कई प्वाइंट पर खराब हो गई है। इससे भूतल की गैलरी व अन्य कमरों के साथ कई केबिन में एसी काम नहीं कर रही है। यहां 22 बेड प्रभावित है। गैलरी व एक आइसीयू में पानी टपक रहा है। इसके ऊपरी मंजिल पर हालात और भी बदतर है। यहां गर्मी व उमस के चलते ऐसा लग रहा है जैसे आग बरस रही हो। यहां 40 बेड प्रभावित है। इसके अलावा नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष का आधे हिस्से की ऐसी भी खराब है।
यहां भर्ती मरीजों के साथ परिजन भी उबल रह हैं। बुखार से तपते बच्चे गर्मी में तड़प रहे हैं। यहां के मरीज के परिजन मनोज ने बताया कि बुखार के चलते पहले ही हालत खराब है, ऊपर से गर्मी ने मुसीबत पैदा कर दी है। अन्य मरीज के परिजन साकेत बताते हैं कि वातानुकूलित वार्ड पहले से ही चारों तरफ से बंद हैं, ऐसे में मुसीबत और बढ़ गई है। कुछ खिड़कियां खोली गई है पर राहत नहीं है।
सेंट्रल एसी के कुछ सामान गायब होने से परेशानी हो रही है। पिछले साल जिस फर्म को मेन्टेनेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई थी वह अपना कार्यकाल पूरा होने के साथ कई जरूरी सामान भी निकाल ले गई। दिक्कत की वजह यही है। शनिवार को दूसरे फर्म ने काम शुरू किया है। निचले तल की एसी ठीक करा ली गई है। बाकी का काम भी जल्द हो जाएगा।
डा. केपी कुशवाहा, प्राचार्य