Move to Jagran APP

विश्‍वस्‍तरीय रेलवे स्‍टेशन के प्‍लेटफार्म पर बंद पड़ी हैं 12 वाटर मशीनें, जानें-कैसे काम चला रहे रेल यात्री Gorakhpur News

ठेका कर्मचारियों ने कार्यदायी एजेंसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महीनों से वेतन की मांग कर रहे कर्मी तीन अक्टूबर से ही कार्य बहिष्कार पर हैं। 12 मशीनों पर ताले लटके हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 09:44 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 10:00 AM (IST)
विश्‍वस्‍तरीय रेलवे स्‍टेशन के प्‍लेटफार्म पर बंद पड़ी हैं  12 वाटर मशीनें, जानें-कैसे काम चला रहे रेल यात्री Gorakhpur News
विश्‍वस्‍तरीय रेलवे स्‍टेशन के प्‍लेटफार्म पर बंद पड़ी हैं 12 वाटर मशीनें, जानें-कैसे काम चला रहे रेल यात्री Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। आउटसोर्सिंग व्यवस्था में भी लोगों को राहत नहीं है। रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। विश्वस्तरीय गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर 12 दिन से आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीनें (एडब्ल्यूवीएम) बंद हैं। यात्री महंगी पानी की बोतलें खरीदने को मजबूर हैं। कुछ तो सामान्य टोटियों से ही अपनी प्यास बुझा ले रहे हैं। इस अव्यवस्था पर न कार्यदायी संस्था नोटिस ले रही और न रेलवे को सुध है।

loksabha election banner

कर्मचारियों ने कार्यदायी एजेंसी के खिलाफ मोर्चा खोला

रेलवे स्टेशन पर ठेका के सफाई कर्मियों के बाद अब आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीनों (एडब्ल्यूवीएम) पर तैनात ठेका कर्मचारियों ने कार्यदायी एजेंसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महीनों से वेतन की मांग कर रहे कर्मी तीन अक्टूबर से ही कार्य बहिष्कार पर हैं। रेलवे स्टेशन पर स्थापित 12 मशीनों पर ताला लटका हुआ है।

साल भर से नहीं मिला वेतन

वाटर वेंडिंग मशीनों पर कार्य करने वाले विजय, शुभम, सुनील, अभय, चंद्रभूषण, अभय, शैलेश, प्रदीप, विनोद आदि कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें एक साल से वेतन नहीं मिल रहा है। बीच में हड़ताल के बाद कुछ पैसा मिला। फिर वेतन नहीं मिल रहा है। एजेंसी के लोग नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। हमलोगों का उत्पीडऩ हो रहा है। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं। अब जबतक पूरा वेतन नहीं मिल जाता, वे कार्य पर नहीं लौटेंगे।

ये हैं संचालनकर्ता

दरअसल, रेलवे प्रशासन ने आइआरसीटीसी की देखरेख में यात्रियों की सुविधा के लिए प्रमुख स्टेशनों पर आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीनें स्थापित की हैं। मशीनें एजेंसियां ही संचालित करती हैं। इन मशीनों से कम दाम पर गुणवत्तायुक्त पीने का पानी मिल जाता है।

ऐसे मिलता है पानी

मात्रा    बिना कंटेनर   कंटेनर सहित

300 मिली    1 रुपये     2 रुपये

500 मिली    3 रुपये     5 रुपये

एक लीटर     5 रुपये     8 रुपये

दो लीटर      8 रुपये     12 रुपये

पांच लीटर    20 रुपये    25 रुपये

अधिकारियों को दे दिए गए हैं निर्देश

पूर्वोत्‍तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। आइआरसीटीसी के संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए गए हैं। स्टेशन पर पीने योग्य पानी की व्यवस्था सुनिश्चित है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.