कई मुकदमे दर्ज फिर भी बदमाशों की सूची में नाम नहीं, आखिर पंकज पर क्यों मेहरबान रही कोतवाली पुलिस
कोतवाली थाने की पुलिस हिस्ट्रीशीटर पंकज राय पर मेहरबान थी। 11 मुकदमे दर्ज होने पर भी बदमाशों की सूची में उसका नाम नहीं है। माडल शाप कर्मचारी की पीटकर हत्या किए जाने की घटना में बदमाश का नाम सामने आने पर एडीजी ने छानबीन कराई तो सच्चाई मालूम हुई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : कोतवाली थाने की पुलिस हिस्ट्रीशीटर पंकज राय पर मेहरबान थी। 11 मुकदमे दर्ज होने के बाद भी बदमाशों की सूची में उसका नाम नहीं है। दारोगा व बीपीओ ने डोजियर नहीं भरा। माडल शाप कर्मचारी की पीटकर हत्या किए जाने की घटना में बदमाश का नाम सामने आने पर एडीजी ने छानबीन कराई तो सच्चाई मालूम हुई। उनके नाराजगी जताने पर एसएसपी ने सीओ कार्यालय को मामले की जांच सौंपी है।
मनबढ़ों ने माडल शाप के कर्मचारी की कर दी थी पीटकर हत्या
30 सितंबर की रात में मनबढ़ों ने वरदायिनी के पास स्थित माडल शाप के कर्मचारी मनीष प्रजापति की पीटकर हत्या कर दी। घटना से पहले आरोपितों ने कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व हिस्ट्रीशीटर पंकज राय का नाम लिया था। बदमाश का नाम सामने आने पर एडीजी ने अपने कार्यालय के सीओ व इंस्पेक्टर से हिस्ट्रीशीटर के बारे में छानबीन कराई।
बदमाशों की सूची में नहीं है शातिर का नाम
कोतवाली थाने पहुंचने पर पता चला कि शातिर बदमाशों की सूची में उसका नाम नहीं है। दारोगा व बीपीओ ने डोजियर भी नहीं भरा है। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने जांच कराकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि बदमाशों के सत्यापन का अभियान चलाया गया है। उसके बाद भी पंकज राय का नाम छूटना हैरानी वाली बात है। दोषियों पर कार्रवाई होगी।
मुख्य आरोपित सुनील समेत 12 की तेज हुई तलाश
रामगढ़ताल पुलिस मुख्य आरोपित सुनील पासवान समेत 12 आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है। सुनील पासवान के पिता उत्तर प्रदेश पुलिस में दीवान हैं। इस समय उनकी तैनाती महराजगंज जिले में है। घटना के बाद से ही बदमाश और उसके साथी फरार है। सिंघड़िया में रहने वाले दीवान के बेटे समेत तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।