स्कूल वाहनों के बेलगाम किराए पर ब्रेक
गोंडा स्कूल प्रबंधन अब मनमाने ढंग से स्कूली वाहनों का किराया बढ़ाकर अभिभावकों की जे
गोंडा : स्कूल प्रबंधन अब मनमाने ढंग से स्कूली वाहनों का किराया बढ़ाकर अभिभावकों की जेब ढीली नहीं कर सकेंगे। उनके हाथों से यह अधिकार छीन लिया गया है। अब विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति स्कूली वाहनों का किराया निर्धारित करेगी। स्कूल प्रबंधन अब कमेटी में पास यात्रा शुल्क ही अभिभावक से वसूल सकेंगे। जिला सड़क सुरक्षा समिति ने बीएसए और डीआइओएस को इस निर्णय का अनुपालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी है।
निजी स्कूल बच्चों को लाने ले जाने के लिए वाहन सुविधा देते हैं। प्रबंधन सुरक्षित यात्रा कराने का दावा करते हैं। हालांकि, यह कहां तक सही है, इसको लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। कई बार अभिभावक इसकी शिकायत करते हैं। इसको लेकर जिला सड़क सुरक्षा समिति ने एक योजना बनाई है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रणनीति बनाने के लिए विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति बनाई जा रही है। इसमें संबंधित क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी, प्रबंधक, प्रधानाचार्य, नोडल टीचर आदि शामिल किए गए हैं। हर महीने समिति की बैठक होनी है। इसमें छात्रों को जागरूक करने के लिए विभिन्न तरीकों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा कमेटी को और भी कई तरह के काम सौंपे गए हैं। अब किराया तय करने व स्टांप निर्धारित करने की जिम्मेदारी भी समिति को सौंपी दी गई है।
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वर्जन-
अक्सर अभिभावक किराए को लेकर शिकायत करते हैं। अब कमेटी किलोमीटर, वाहन व ड्राइवर आदि खर्च का आकलन कर किराया तय करेगी। अधिक धनराशि वसूलने पर संबंधित के खिलाफ अधिकारी प्रभावी कार्रवाई कर सकेंगे।
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मनमानी से मिलेगी मुक्ति
- राजेश श्रीवास्तव,
संभागीय परिवहन अधिकारी (देवीपाटन मंडल)