जरूरतमंदों का रख रहे ख्याल, सजती है गांव की चौपाल
घर-घर दवाओं का छिड़काव राशन वितरण पोषाहार वितरण की लगातार मॉनीटरिग कर रहे हैं। बोले लॉकडाउन
गोंडा : शाम के करीब चार बज रहे थे। विकासखंड बभनजोत की ग्राम पंचायत कस्बाखास में किसान खेती के कार्य में व्यस्त थे। गन्ने की गुड़ाई कर रहे ननकन का कहना था कि खेत में काम करने पर वक्त कब बीत जाता है, पता ही नहीं चलता।
गेहूं की कटाई चल रही है। कोई बकरी चरा रहा था, तो कोई पशुओं के लिए घास छीलता दिखा। डिहवा तालाब में गांव के जरूरतमंद खोदाई कार्य कर रहे थे। कोटेदार मनिराम के दरवाजे पर चौपाल लगी थी। किसी भी पुरवे में कोई परिवार भूखा न रह जाए, इसके मन्नीलाल, भरोसे व दुलारे आदि से जानकारी जुटाई जा रही थी। रामसिधारे बोले कि प्रभावती के घर अनाज पहुंचाना जरूरी है। इस पर कोटेदार ने शीघ्र राशन पहुंचाने का भरोसा दिलाया। डिहवा तालाब में गांव के जरूरतमंद खोदाई कार्य कर रहे थे। बोले कि परदेस से बढि़या अपना गांव है, जहां दो वक्त की रोटी तो मिल जा रही। इनसेट
जरूरतमंदों को मिले भोजन-पानी, गांव की कर रहे निगरानी
इस मुश्किल घड़ी में प्रधान अमिरका प्रसाद गांव की निगरानी कर रहे हैं। सुबह-शाम हर मजरे के युवाओं व बुजुर्गों से बात करने के साथ ही जरूरतमंदों को फल-सब्जी व आवश्यक वस्तुएं दिला रहे हैं। घर-घर दवाओं का छिड़काव, राशन वितरण, पोषाहार वितरण की लगातार मॉनीटरिग कर रहे हैं। बोले लॉकडाउन का सब पालन करें, किसी चीज की जरूरत हो तो बताएं। नंबर गेम
4000-आबादी
2250-मतदाता
600-परिवार
02-मजरे
13-वार्ड
23-व्यक्ति से बाहर से आए
35-श्रमिकों को मनरेगा में काम
10- व्यक्तियों को आर्थिक मदद