ठिठुरते हुए गन्ना बेचने का इंतजार करते किसान
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गोंडा : सुबह के नौ बज रहे हैं। गन्ना क्रय केंद्र पिपरा अदाई पर किसानों के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जो किसान डनलप से गन्ना लेकर आते हैं उनके बैलों के लिए न नाद की व्यवस्था है और न ही चारे की। गन्ना लदी ट्रॉलियों को खड़ा करने के लिए सही से स्थान भी नहीं है। किसानों को अलाव जलाने के लिए लकड़ी तो गिरी है लेकिन, जलाई नहीं जा रही।
क्रय केंद्र पर लगभग 50 ट्रॉलियां गन्ना लदी खड़ी हैं। यही हाल क्रय केंद्र बनगवा पर मिला। हथियागढ़ क्रय केंद्र का भी यही हाल है। केशवनगर ग्रांट में लगे गन्ना क्रय केंद्र पर भी किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। गन्ना किसान अनिल यादव निवासी परसा खोझवा, राघवेंद्र तिवारी निवासी सेहरी हरदो, शिवनरायन वर्मा निवासी गौरा बुजुर्ग, रिजवान अली निवासी चांदपुर सहित अन्य किसानों ने बताया कि मिल द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। नल पर इतनी गंदगी रहती है कि पानी पीने की हिम्मत नहीं पड़ती। लोग अपने-अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठकर दिनभर गन्ना तौलने का इंतजार करते हैं। यही हाल पिपरा अदाई ब, अल्लीपुर, कूकनगर ग्रांट में भी रहा। विधायक ने किया निरीक्षण
-गौरा विधायक प्रभात वर्मा और सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड गौराचौकी के सचिव आनंद स्वरूप शुक्ल ने क्षेत्र के कई गन्ना क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। क्रय केंद्र पिपरा अदाई पर काफी अव्यवस्था मिली। यहां पर न लोगों के बैठने की व्यवस्था थी और न ही बैलों के लिये नाद थी। अलाव भी नहीं जला था। विधायक और सचिव ने मिल प्रशासन को व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया।