अब रसोइयों के खाते में भेजा जाएगा मानदेय
के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बचाव के उपाय बताए। पौधरोपण व उनकी सुरक्षा करने की सीख दी। प्रधानाध्यापक मुहम्मद मुशीर सिद्दीकी ने विभिन्न जानकारियां दी। सतीश चंद्र रीतू सिंह विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष बच्चाराम मनीराम वर्मा तहसीन अख्तर पुष्पा रामपाल सहित अन्य मौजूद रहे।
गोंडा : मध्यान्ह भोजन योजना में कार्यरत रसोइयों के लिए अच्छी खबर है। उनकी सालों से लंबित चल रही मांग मान ली गई है। हर महीने मिलने वाला मानदेय सीधे उनके निजी खाते में भेजा जाएगा। इसको लेकर खाता संख्या जुटाने की कवायद शुरू कर दी है। महीने की सात तारीख तक कोषागार से व्यक्तिगत एकाउंट में धनराशि भेज दी जाएगी।
कर्नलगंज, झंझरी, नवाबगंज, परसपुर, हलधरमऊ, मुजेहना, नगर क्षेत्र, कटराबाजार सहित 17 शिक्षा क्षेत्रों के 3211 स्कूलों में 8266 रसोइया कार्यरत हैं। इनको हर महीने एक हजार रुपये मानदेय देने का प्राविधान है। अब तक विभाग धनराशि विद्यालयवार गठित मध्यान्ह भोजन समिति के खाते में भेजता था, जिसमें ग्राम प्रधान अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक सचिव व तीन जागरूक अभिभावक शामिल हैं। समिति के अध्यक्ष नहीं तो कभी सचिव साइन नहीं करा पाते थे, जिससे परेशानी होती थी और समय से भुगतान नहीं हो पाता था। अन्य कई तरह की दिक्कत होती थी। रसोइया लगातार इस व्यवस्था को समाप्त कर सीधे खाते में मानदेय भेजने की मांग कर रहे थे। अब उनकी मांगे मान ली गई है। बीएसए से खाता संख्या व अन्य विवरण मांगे गए हैं। ई कुबेर प्रणाली से होगा भुगतान
- ब्लॉकवार खंड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालय व रसोइया के नाम, खाता संख्या, आइएफएस कोड व स्थानांतरित होने वाले मानदेय की धनराशि सहित अन्य विवरण माह की 25 तारीख को बीएसए को उपलब्ध करानी है। यहां से फाइल वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक को भेजी जाएगी। बजट की उपलब्धता के आधार पर ई कुबेर प्रणाली से महीने की सात तारीख तक कोषागार से भुगतान कर दिया जाएगा। बोले जिम्मेदार
- रसोइयों के खाते में मानदेय भेजने को लेकर कार्रवाई चल रही है। बीईओ से सूचनाएं मांगी गई हैं, जिससे कि भुगतान करने में किसी तरह की दिक्कत न हो।
- मनिराम सिंह, बीएसए।