सरयू में घटा जलस्तर, कटान का बढ़ा खतरा
एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 33 सेमी. ऊपर बह रही घाघरा बारिश ने बढ़ाई आवागमन में परेशानी खेती के लिए हुआ फायदा
गोंडा : नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच कटान का खतरा बढ़ गया है। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से दो सेमी. नीचे पहुंच गया है। जबकि घाघरा 33 सेमी. ऊपर बह रही है। वहीं, बारिश के कारण लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
गुरुवार को सुबह मौसम साफ रहा। धूप निकलने के कारण उमस बढ़ गई। दोपहर बाद बारिश हुई। जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश बंद होने के बावजूद आसमान में बादल छाए रहे। लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के कृषि वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि जिले में पांच मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। वहीं, नदियों के जलस्तर में गिरावट का दौर जारी रहा। बाढ़ कार्यखंड के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जबकि अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर लाल निशान से दो सेंटीमीटर नीचे पहुंच गया। घाघरा नदी में 2.67 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। जलस्तर में कमी के कारण तटबंध में कटान का खतरा बढ़ गया है। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्यखंड बीएन शुक्ल ने बताया कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है। मरम्मत कार्य भी तेजी से चल रहा है।