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फिर बढ़ा घाघरा का जलस्तर, ग्रामीणों की धड़कनें तेज

र सकरौर तटबंध पर नहीं टल रहा खतरा संसू कर्नलगंज (गोंडा) लगातार दो दिन से घाघरा नदी का जल स्तर घट रहा था। बुधवार को शारदा सरयू व गिरिजा बैराज से 230133 क्यूसेक पानी नदी में डिस्चा

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 10:46 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 06:30 AM (IST)
फिर बढ़ा घाघरा का जलस्तर, ग्रामीणों की धड़कनें तेज
फिर बढ़ा घाघरा का जलस्तर, ग्रामीणों की धड़कनें तेज

गोंडा : गुरुवार को भी नदियों के जलस्तर में तेजी से इजाफा हुआ। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 41 सेमी. ऊपर पहुंच गया है। अयोध्या में सरयू नदी भी लाल निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। लगातार हो रही बारिश का भी असर नदियों के जलस्तर पर पड़ा है। घाघरा नदी में 1.52 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। बाढ़ का पानी नदियों के किनारे बसे गांवों में घुसने लगा है। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्यखंड बीएन शुक्ल ने बताया कि तटबंधों की निगरानी की जा रही है। अभी स्थिति नियंत्रण में हैं।

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कर्नलगंज : गत बुधवार को शारदा, सरयू व गिरिजा बैराज से 230133 क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज किया गया। इससे गुरुवार को नदी के जल स्तर में तेजी के साथ वृद्धि होने लगी। सुबह आठ बजे एल्गिन ब्रिज पर ली गई माप के अनुसार नदी का जल स्तर 106.416 मीटर रहा, जो बढ़कर 12 बजे 106.476 व दो बजे 106.486 हो गया। इसके बाद चार बजे तक स्थिर रहा। घाघरा खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जबकि पानी के डिस्चार्ज में काफी कमी दर्ज की गई। शाम चार बजे तीनों बैराज का संयुक्त रूप 158980 क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज हो रहा था। फिलहाल शाम पांच बजे तक नदी के पानी का रुख गांव की तरफ नहीं हुआ था। बढ़ते जल स्तर को देखते हुए ग्रामीण भयभीत नजर आए। तहसीलदार बृजमोहन ने बताया कि अभी किसी भी गांव में बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है। सिचाई विभाग के अवर अभियंता एमके सिंह ने बताया कि सकरौर से आगे नदी बांध पर दबाव बना रही है। बांध बचाव कार्य कराया जा रहा है।

उमरीबेगमगंज : मूसलाधार बारिश के चलते नेपाल द्वारा लगातार पानी छोड़े जाने की खबरें सुनकर माझावासियों की बेचैनियां बढ़ गई हैं। ऐलीपरसौली में भिखारीपुर-सकरौरा तटबंध पर खतरा टलने का नाम नहीं ले रहा है। बाध की सुरक्षा के लिए बनाए गए घेरा का एक हिस्सा नदी में समा गया। विभागीय अधिकारी बांध के सुरक्षित होने का दावा कर रहे हैं।


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