सड़क पर सुरक्षा न इंतजाम, जागरूकता की मुहिम 'धड़ाम'
गोंडा : आइए आपको मंडल मुख्यालय की यातायात व्यवस्था से रूबरू कराते हैं, जहां स्टेय¨रग थामने
गोंडा : आइए आपको मंडल मुख्यालय की यातायात व्यवस्था से रूबरू कराते हैं, जहां स्टेय¨रग थामने वाला हर हाथ मनमानी पर उतारू हैं। कोई मोबाइल पर बात करते गाड़ी चलाता है तो कोई छह की सीट वाले टेंपो पर 12 सवारियां भरकर शहर में ही हादसे को आमंत्रण दे रहा। बाइक पर तीन सवारियां आम बात हैं, पांच से छह लोगों का कुनबा भी सवार नजर आता है। यह हालात तब हैं जब परिवहन विभाग 23 अप्रैल से सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह मना रहा है। व्यवस्था में सुधार का दावा किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक से लेकर आरटीओ तक संकल्प दिला रहे हैं। बावजूद इसके शहर में ही नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वाहन चे¨कग और चालान के नाम पर कागजी कोरम पूरा करने के साथ ही निजी हित भी साधे जा रहे। ऐसे में टैक्सी-टेंपो संचालक भी पूरी तरह मनमानी कर रहे।
संभागीय परिवहन प्राधिकरण ने शहर में 275 ऑटो-टेंपो संचालित करने की अनुमति दी है। सभी टेंपो व ऑटो पर बैठने के लिए शीट निर्धारित है लेकिन शहर में यात्री सुविधाओं का माखौल उड़ाया जा रहा है। कई ड्राइवर कानो में लीड लगाकर वाहन चलाते दिखते हैं। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना आम बात है, शहर में मोटर साइकिल चलाते समय अधिकतर लोग हेलमेट नहीं पहनते हैं। ई रिक्शे की भरमार है। आलम यह कि यहां ई रिक्शा छह से आठ सवारी बैठाकर फर्राटा भरते हैं। कार्रवाई न होने से नियमों को दरकिनार कर यात्रियों की जान से खेलने वाले बेखौफ हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. सर्वेश गौतम का कहना है कि शहर ई रिक्शा के विरुद्ध कई बार अभियान चलाकर बंद कराया जाता है। पुलिस व यातायात पुलिस के सख्ती के बगैर इन पर नियंत्रण कर पाना संभव नहीं है।
मनाया गया सेफ्टी फर्स्ट कार्यक्रम
- गत गुरुवार देर शाम परिवहन विभाग ने वेंकटाचार्य क्लब में सेफ्टी कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए संगीत कार्यक्रम हुआ। लखनऊ से आई टीम ने सड़क सुरक्षा से संबंधित गीत गाए। कार्यक्रम में मंडलायुक्त सुधेश कुमार ओझा, आरटीओ डीके पांडेय, पुलिस अधीक्षक लल्लन ¨सह, एआरटीओ डॉ. सर्वेश गौतम सहित अन्य मौजूद रहे।