रेशम की डोर, पकड़ाएगी समृद्धि की छोर
तममनपववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववववतततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततततत
गोंडा : अपने खेतों में मेड़ किनारे शहतूत के पौधे लगाएं। इससे न सिर्फ फसलों की सुरक्षा होगी बल्कि, रेशम पालन के जरिए अतिरिक्त कमाई भी कर सकेंगे। यह आह्वान सीडीओ आशीष कुमार ने किसानों से किया। उन्होंने कहा कि रेशम पालन में पुरुष ही नहीं, महिला किसान भी आगे आएं। खेतों से पत्तियां तोड़कर रेशम कीट को खिलाना कोई बड़ा काम नहीं है। सीडीओ ने गुरुवार को परसपुर के करनपुर स्थित रेशम फार्म का निरीक्षण किया। यहां शहतूत के पौधारोपण के साथ ही रेशम उत्पादन के बारे में जानकारी ली। उप निदेशक रेशम सत्येंद्र सिंह ने बताया कि गत कई वर्ष से जिले में तैयार शहतूत का कोकुन सबसे महंगे रेट पर बिक रहा है। सीडीओ ने आसपास के किसानों से वार्ता करके जानकारी ली। विभाग किसानों को मुफ्त में शहतूत के पौधे उपलब्ध कराने के साथ ही कीटपालन गृह सहित अन्य मदद भी उपलब्ध कराता है। निरीक्षण के दौरान सहायक विकास अधिकारी रेशम सौरभ यादव, जिला मिशन प्रबंधक अभिषेक आनंद, अंशुमान तिवारी, फार्म इंचार्ज श्रीराम सिंह मौजूद रहे।