स्कंदमाता स्वरूप का हुआ भव्य पूजन, दर्शन को लगी कतार
गोंडा : या देवी सर्व भूतेषु.. के साथ गुरुवार को नवरात्र के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्व
गोंडा : या देवी सर्व भूतेषु.. के साथ गुरुवार को नवरात्र के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की गई। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। देवी चालीसा व गीत गाते हुए महिलाओं ने पूजन-अर्चन किया। मां के दर्शन का सिलसिला भी चलता रहा। दूरदराज से आए लोगों ने प्रसाद चढ़ाने के साथ ही मां के दरबार में अपनी अरदास लगाई।
सुबह जिले के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी थी। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। बड़गांव के खैरा स्थित खैरा भवानी मंदिर, स्टेशनरोड स्थित काली भवानी मंदिर, बस स्टेशन स्थित पंजाबी सभा मां भगवती मंदिर, उमरीबेगमगंज के वाराही देवी मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में घंटे-घड़ियाल की ध्वनि माहौल को भक्तिमय बना रही थी। जय माता दी के जयघोष के बीच मां की आराधना का दौर भोर से देर शाम तक चलता रहा।
..लेकिन मां-बाप को कभी अपमानित नहीं करना
हलधरमऊ: बालपुर बाजार के टेढ़ी नदी के तट पर माता काली स्थान
परिसर में चले आठ दिवसीय संगीतमयी देवी कथा पुराण में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का वर्णन किया गया। कथाव्यास पं. नीरज माधवाचार्य ने जैसे भगवान कृष्ण के जन्म की झांकी प्रस्तुत की उसी समय महिलाओं ने सोहर, बधावा जैसे मंगलगीत गाना शुरू कर दिया। घंटा घड़ियाल व शंखनाद से गोपालजी का स्वागत किया गया। उधर नंद बाबा के घर में आदिशक्ति देवी भगवती का भी प्राकट्य हुआ। प्रवचन के दौरान कंस द्वारा अत्याचार के प्रसंग पर व्यास ने कहा कि जीवन में दुख, दरिद्रता, गरीबी अपमान सब झेल लेना लेकिन मां-बाप को कभी भी अपमानित न करना वरना जीवन में कभी चैन सुकून नहीं मिलेगा। संयोजक संगमलाल मोदनवाल ने आरती व पुष्प अर्पित किया। इस मौके पर जगदंबा गुप्ता, दीपचंद मोदनवाल, भंडारी गुप्ता, रामजी श्रीवास्तव, कोयल तिवारी, दुर्गेश कुमार, शुभकीर्ति गुप्ता आदि मौजूद रहे।