कथा ही मिटा सकती है जीवन की व्यथा
गोंडा: नगर के अदम गोंडवी मैदान में चल रहे आठ दिवसीय शिवमहापुराण कथा और पार्थिव पूजन
गोंडा: नगर के अदम गोंडवी मैदान में चल रहे आठ दिवसीय शिवमहापुराण कथा और पार्थिव पूजन कार्यक्रम के तीसरे दिन सुबह भगवान शंकर की भस्म आरती की गई। समिति के ग्यारह सदस्यों ने चिता, यज्ञ व महाकालेश्वर की भस्म रमा कर ब्रह्मचर्य का रूप धारण किया। इस मौके पर 21 हजार पार्थिव का पूजन जोड़ों ने करके मनोकामना मांगी।
भस्म आरती के समय दूर दराज से आये भक्तों ने शीश नवाकर भोले बाबा के महाकाल रूप की अनुभूति कर ज्योति दर्शन किए। साथ ही आरती के बाद समूचे पंडाल की परिक्रमा की। कथावाचक रविशंकर महाराज ने भगवान शंकर के भोलेपन और दुष्ट प्रकृति के भक्त के प्रति भी भोले बाबा की उदारता की कथाओं को सुनाकर श्रोताओं को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। उन्होंने कहा कि तीर्थ मंदिरों का मूल सार भस्म है। कथा ही जीवन की व्यथा मिटा सकती हैद्य उन्होंने कहा की शिव की शक्ति मां सती व पार्वती हैं। शक्ति के बिना शिव भी अधूरे हैंद्य उन्होंने शिव को आकार, प्रकार के परे बताते हुए कहा कि संसार में शिव आकाश, पाताल वायु के रूपों में विद्यमान हैंद्य उन्होंने दक्ष प्रजापति के यहां महादेव को स्थान न मिलने पर देवी सती के भस्म होने की कथा कहते हुए कहा कि भोले भंडारी की पूजा और उनका स्मरण प्रात: और संध्या काल में करना उचित है। मंगलवार को शिव बारात बाबा दु:खहरणनाथ मंदिर परिसर से फव्वारा चौराहा होते हुये अदम गोंडवी के मैदान में स्थित विवाह स्थल पर पहुंची। कार्यक्रम में संदीप मेहरोत्रा, अंबिका सोनी, अवनि शुक्ला, राधेरमण, राधेश्याम, सुनील श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद थे।