पीड़ित परिवार से मिले राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, बोले-योगी सरकार में आस्था के केंद्र भी नहीं रहे सुरक्षित
पुरोहित की पत्नी की हत्या की घटना का संज्ञान लेकर शोक व्यक्त करने उनके घर पहुंचे राज्यसभा सदस्य संजय सिंह। वारदात में शामिल आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी कर न्याय दिलाने की मांग की। पीड़ित परिवार को सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के बंथरा में पुरोहित दीप नारायण की पत्नी दीपिका की हत्या की घटना का संज्ञान लेकर राज्यसभा सदस्य संजय सिंह बेती गांव पहुंचे। पीड़ित परिवार से मुलाकात की। वारदात में शामिल आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी कर परिवार को जल्द न्याय दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में आस्था के केंद्र भी अब सुरक्षित नहीं रहे। इतना ही नहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस गांव को गोद लिया था। गांव स्थित पौराणिक शिव मंदिर में कुछ ही समय में लगातार चोरी की घटनाएं हुई।
कभी चोर मंदिर से गेहूं उठा ले गए तो कभी सरसों। हद तो यह हो गई कि पुलिस की लापरवाही के चलते बदमाशों ने धावा बोल मंदिर के पुजारी दीप नारायण की पत्नी दीपिका त्रिवेदी की हत्या कर दी। बदमाश पौराणिक मंदिर और पास स्थित यज्ञशाला से कीमती चांदी का छत्र और दानपात्र तोड़ नकदी लूट ले गए। संजय सिंह ने पीड़ित परिवार को सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की।
योगी सरकार पर हमला बोलते हुए संजय सिंह ने कहा कि लगता है प्रदेश में ब्राह्मणों के हत्या की बाढ़ सी आ गई है। आये दिन, लूट, हत्या, दुष्कर्म की घटनाएं आम हो गई है। संजय सिंह ने कहा कि सरकार के ही डीएम एसपी रंगदारी वसूल रहे हैं और रंगदारी न देने पर हत्या कर दी जाती है। महोबा के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या इसका जीता जागता उदाहरण है। दीपिका त्रिवेदी की हत्या कोई इकलौता मामला नहीं है।औरैया में कैलाश नारायण दीक्षित समेत कई जिलों में ब्राह्मणों की लगातार हत्याएं हो रही है और सरकार चुप्पी साधे है।
दीपिका की हत्या से दहशत में ग्रामीण
दीपका त्रिवेदी की हत्या से बेती समेत आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। घटना के बाद से लोग घरों में भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। घटना के बाद सुबह पुजारी दीप नारायण के घर के बाहर बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा थी। घटना को लेकर लोगों में पुलिस के प्रति भी आक्रोश था। बेती के प्रधान गिरीश तिवारी बताते हैं कि उनकी ग्राम पंचायत में करीब तीस साल पहले भी कुछ ऐसी ही वारदात हुई थी। कल्लन खेड़ा स्थित रामेश्वर तिवारी की आटा चक्की में काम कर रहे रामनाथ शुक्ला कि बदमाशों ने हत्या कर दी थी। चक्की की मोटर खोल ले गए थे। दीपिका की हत्या ने गांव वालों को उस घटना की भी याद दिला दी।