बैंकों के विलय का विरोध, तालाबंदी कर किया प्रदर्शन
30 करोड़ का लेनदेन प्रभावित -जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक दशरथी बेहरा का कहना है कि सभी बैंकों में कर्मचारी हड़ताल रहे। इससे करीब 30 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ है। गुरुवार से सभी बैंक पूर्व तरह खुलेंगे। हड़ताल से उपभोक्ताओं को थोड़ी परेशानी जरूर उठानी पड़ी।
गोंडा : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बुधवार को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। बैंक की शाखाओं में तालाबंदी करके विरोध प्रदर्शन किया। शहर के बहराइच रोड स्थित इलाहाबाद बैंक की मुख्य शाखा पर ऑल इंडिया इलाहाबाद बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के मंडलीय सचिव तरुण कुमार शुक्ल ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की नीतियां श्रम विरोधी हैं। भारत सरकार अपनी योजनाओं का क्रियान्वयन 10-10 घंटे कर्मचारियों से कार्य लेकर करवाती है, लेकिन जब वेतन समझौते की बात आती है तो सब भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम बैंकों के विलय का विरोध करते हैं। अगर जल्द ही बैंक हित में फैसले नहीं हुए तो अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। अध्यक्ष अभय रंजन ने कहा कि भारत सरकार ने बैंकों का विलय करके जनता व बैंक कर्मियों के साथ धोखा किया है। संगठन मंत्री राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारे कर्मियों का वेतन बैंक के लाभ से जोड़ा जाता है, जबकि अन्य विभागों में ऐसा नहीं है। गिरिजानंदन झा ने कहा कि सरकार बैंक अधिकारियों में फूट डालना चाहती है। प्रदर्शन करने वालों में अमित पांडेय, रोहित कुमार चौरसिया, अमिताभ मौर्य, रितेश, विनोद तिवारी, जीतेंद्र, धर्मशील शामिल रहे। उधर, पंजाब नेशनल बैंक की शाखा पर यूपीबीईयू के जिलामंत्री रजत कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन किया। विजया बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा व देना बैंक के विलय पर विरोध जताया गया। इस मौके पर अमरनाथ तिवारी, समीर कुमार शुक्ल, शक्तिनाथ पाठक, संजय कुमार मौजूद रहे।