सब्जी की खेती चौपट, किसानों पर हो रही आफत की बारिश
मानसून सक्रिय होने के बाद शुरू हुआ बारिश का सिलसिला अब किसानों के लिए आफत बन गया है। ध
मानसून सक्रिय होने के बाद शुरू हुआ बारिश का सिलसिला अब किसानों के लिए आफत बन गया है। धान व गन्ना को छोड़कर, अन्य सभी फसलों के लिए बारिश नुकसानदायक साबित हो रही है।
बारिश ने न सिर्फ रिकार्ड तोड़ा बल्कि, सब्जियों की खेती चौपट हो गई है। किसान मुनाफा तो दूर अपनी पूंजी भी गवां बैठे हैं। यदि बारिश का सिलसिला नहीं रुका तो किसानों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
इनसेट
नंबर गेम
-1214 जिले में कुल ग्राम पंचायत
- 6.25 लाख जिले में कुल किसान
-1.88 लाख हेक्टेयर जिले में खरीफ रकबा
-1.30 लाख हेक्टेयर धान की खेती का रकबा
-48 हजार हेक्टेयर मक्का का क्षेत्रफल
-07 हजार हेक्टेयर में सब्जी की खेती
-03 हजार हेक्टेयर में सब्जी की फसल को नुकसान
-425 मिली मीटर जून-जुलाई में बारिश का औसत
-700 मिली मीटर जिले में अबतक हो चुकी बारिश सब्जी की इन फसलों को हुआ नुकसान
- कद्दू
- लौकी
- तरोई
- करेला
- लोबिया
- भिडी
- बैगन
- मिर्च खरीफ की इन फसलों को हो रहा नुकसान
- मक्का
- अरहर
- तिल
- उरद
- मूंग
मुसीबत बन गया पानी
- किसानों के लिए इस समय मुसीबत बन गया है। एक तरफ बारिश तो दूसरी तरफ बाढ़। यही नहीं, सरयू नहर परियोजना में पानी अधिक होने से पटरियां टूटने लगी है। इससे पानी खेतों में भर रहा है। किसान जलनिकासी की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। ज्यादा दिन जलभराव के कारण फसलें नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है। कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि जून-जुलाई में औसत से दोगुना बारिश हुई है। बोले जिम्मेदार : बारिश व बाढ़ के कारण किसानों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। जलभराव के कारण धान के पौधे भी कई जगह डूब गए हैं। धान व गन्ने को छोड़कर अन्य सभी फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। किसान जलनिकासी की व्यवस्था करें।
- जेपी यादव, जिला कृषि अधिकारी गोंडा