मैडम, मेरी पत्नी को बहुत दर्द हो रहा है. बचा लीजिए
गोंडा: साहब, मेरी पत्नी की तबीयत बहुत खराब है। वह दर्द से परेशान है। रो रही है। मंगलवा
गोंडा: साहब, मेरी पत्नी की तबीयत बहुत खराब है। वह दर्द से परेशान है। रो रही है। मंगलवार की रात यह गुहार राकेश कुमार ने एक बार नहीं बल्कि छह बार इमरजेंसी रूम में अपनी सहेलियों संग बैठकर बातचीत करने में मशगूल स्टॉफ नर्स से लगाई। वह हर बार बस यही कहकर टाल रही थी कि अरे जाओ, इतना दर्द होता है। सातवीं बार जब उसका पति पहुंचकर रोने लगा तो झल्लाहट में स्टॉफ बोल उठी कि जहर की सूई लगा दें तो दर्द नहीं होगा, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। उसकी पत्नी सुमन की मौत हो गई थी। पीड़ित का आरोप है कि अस्पताल में उसे हर कदम पर छला गया।
यहां तो नेग के नाम पर होती है वसूली
- महिला अस्पताल में नेग के नाम पर वसूली की जाती है। सिजेरियन प्रसव के लिए तीन से पांच हजार रुपये लिए जाने का खुलासा पिछले दिनों एक संगठन ने खुले तौर पर किया था। बुधवार को मामले की जांच करने पहुंचे डीएम से पीड़ित ने पांच हजार रुपये लिए जाने की बात बताई। यह पैसा उसने आपरेशन थियेटर में तैनात पुरुष कर्मियों की मांग पर आशा बहू को दिया था। मौके पर बुलाई गई आशा बहू ने सिर्फ 2 हजार रुपये मिलने की बात बताई, लेकिन उसने उनका नाम नहीं बताया, जिसे उसने पैसा दिया था। कई बार मामला आया लेकिन जिम्मेदार उसे दबा गए। सीएमएस डॉ. योगेंद्र ¨सह का कहना है कि इसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव भी कार्रवाई की बात कर रहे हैं।