कस्तूरबा स्कूलों की जांच करेंगे अफसर, पठन-पाठन के आधार पर होगा श्रेणीकरण
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गोंडा : बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की जांच कराई जाएगी। स्कूल में पठन-पाठन के आधार पर श्रेणीकरण किया जाएगा। यही नहीं, बीएसए को हर माह की 25 तारीख को राज्य परियोजना कार्यालय को मूल्यांकन रिपोर्ट भेजनी है। इस बाबत सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग जिले में 17 कस्तूरबा गांधी विद्यालयों का संचालन करा रहा है, जिसमें 1700 छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनको निश्शुल्क आवासीय सुविधा देते हुए शिक्षा दी जा रही है। बेटियों के बेहतर कक्षा शिक्षण पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च किए रहे हैं। बावजूद इसके विभिन्न स्तर पर कराई गई जांच में स्थिति ठीक नहीं मिल रही हैं। इसको लेकर विद्यालयों के श्रेणीकरण कराने की योजना बनाई गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को स्वयं, जिला समन्वयक बालिका शिक्षा व खंड शिक्षा अधिकारियों से जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। निरीक्षण के आधार पर अफसर ग्रेड तय करेंगे। सभी सूचनाएं बीएसए संकलित करेंगे तथा हर महीने उच्चाधिकारियों को स्थिति से अवगत कराएंगे। बोले जिम्मेदार
- बीएसए मनिराम सिंह ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की जांच कराई जा रही हैं। निर्धारित तिथि में सूचनाएं राज्य परियोजना निदेशक को भेजी जाएगी।