गोंडा के 20 गांवों में होगी केंद्रीय योजनाओं की जांच
सीडीओ अशोक कुमार ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक अभिलेख उपलब्ध कराने के साथ ही सहयोग करने का निर्देश दिया है।
गोंडा : गांव में जरूरतमंदों को आवास मिला या नहीं। यदि अपात्रों को लाभ मिला तो क्या कार्रवाई हुई। आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत कितने लोगों के कार्ड बने और कितने लोगों का इलाज हुआ। स्वच्छता अभियान की स्थलीय हकीकत क्या है? यह सब जानने के लिए भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने गांवों का सत्यापन कराने का फैसला किया है। केंद्रीय योजनाओं की पड़ताल के लिए दो सदस्यीय टीम बनाई गई है। इसमें फरीजुद्दीन व अजय ¨सह शामिल हैं। टीम 11 से 18 फरवरी के बीच योजनाओं की अभिलेखीय व स्थलीय जांच करेगी। जिले के 20 गांवों को चिन्हित किया गया है। राज्य समन्वयक संजय कुमार श्रीवास्तव ने केंद्रीय टीम को जांच में सहयोग के लिए पत्र डीएम को भेजा है। सीडीओ अशोक कुमार ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक अभिलेख उपलब्ध कराने के साथ ही सहयोग करने का निर्देश दिया है। इनसेट
केंद्रीय योजनाएं
- प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, चौदहवां वित्त, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री कृषि ¨सचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री सहज हर घर बिजली योजना सौभाग्य, प्रधानमंत्री मुद्रा लोन, प्रधानमंत्री डिजिटल साक्षरता अभियान, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन आदि। ये गाव चिन्हित किए गए
-हलधरमऊ ब्लॉक की ग्राम पंचायत बसालतपुर, चौरी, झौहना, कोंचा कासिमपुर, मैजापुर, मलौना, इटियाथोक में अयाह, चुरिहारपुर, दूलमपुर, जगतापुर, लक्ष्मनपुर लालनगर, परसिया गूदर, पूरे दतई, नवाबगंज में बैजलपुर, बालापुर, जैतपुर, देवीनगर, कटराभोगचंद, नरायनपुर व सेमराशेखपुर।