खेत में पहुंचा बाढ़ का पानी, चौपट होने लगी किसानी
गोंडा माझावासियों की बढ़ी धड़कनें अफसरों ने की सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील।
जागरण टीम, गोंडा : दोपहर के करीब दो बज रहे थे। परसपुर में चंदापुर किटौली गांव के पास ग्रामीणों ने तटबंध के किनारे धान की रोपाई की थी। एक बार बाढ़ का पानी खेतों में पहुंचने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कोई पानी में फसल काट रहा था तो कोई ढुलाई। हर कोई खेत की उपज को तबाही से पहले निकालने की जद्दोजहद करता दिखा। धान की कटाई कर रहे अशोक यादव का कहना है मंगलवार तक खेत सूखा था। आज सुबह थोड़ा पानी आया, दोपहर होते ही फसल में पानी भर गया। सुधा ने कहा कि यदि फसल नहीं निकली तो खाएंगे क्या। लल्लन का कहना है कि धान बर्बाद हो गया। राम समुझ भी बाढ़ का पानी आने से परेशान दिखे। बुधवार को मौसम साफ रहा।
------------
कोई ढूंढ़ रहा ठिकाना तो किसी को खेती की टेंशन
- अमदहीबाजार : तरबगंज तहसील के ऐलीपरसौली में बाढ़ के एक बार फिर दस्तक देने से ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई हैं। यहां लोग सुरक्षित स्थान पर ठिकाना ढूंढ़ रहे हैं। शिवशंकर का कहना है कि बाढ़ के लौटने से मुसीबत बढ़ गई है। अब रहने के लिए कहां जाएं। राम तीरथ ने बताया कि खेती चौपट हो गई है। गीता, राम जियावन, सीताराम क चेहरे पर पर चिता की लकीरें दिखाई पड़ रहीं थी। भंभुआ : नदी का जलस्तर बढ़ने से दिक्कतें बढ़ने लगी है। परसपुर : नदियों का जलस्तर बढ़ने से कृषि योग्य भूमि समा गई है। हर कोई बाढ़ को लेकर परेशान है। नवाबगंज में नदी के किनारे बसे गांवों में भी लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां बाढ़ का पानी अब नदी से निकलकर खेतों की तरफ बढ़ रहा है।
----------------
अफसरों ने लिया जायजा
- एसडीएम तरबगंज कुलदीप सिंह व एसओ उमरीबेगमगंज करुणाकर पांडेय ने भिखारीपुर-सकरौर तटबंध का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट करते हुए लेखपालों को मुस्तैद किया गया है। गांव में डुग्गी-मुनादी कराकर ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की गई है। एसडीएम कर्नलगंज हीरालाल ने भी तटबंध का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि चंदापुर किटौली के धुसवा गांव के पास नदी जबरदस्त कटान कर रही है।