बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुसीबत, गांवों में बिजली गुल
गोंडा बारिश से धान व मक्का की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान 20 अक्टूबर तक मौसम रहेगा खराब।
जागरण टीम, गोंडा : मौसम की मार ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। तेज हवा के साथ हुई बारिश से धान की फसल गिर गई है। जलभराव से फसल खराब होने के साथ ही चावल का रंग काला पड़ने की आशंका जताई जा रही है। जिले में 33 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।
सोमवार को सुबह से ही मौसम खराब रहा। बारिश के कारण लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जलभराव के कारण शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को परेशानी हुई। तेज हवा के कारण बिजली कटौती होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बिजली की आंख-मिचौली दिनभर जारी रही। खेतों में कटी पड़ी फसल भीग गई है। वहीं, तेज हवा से धान व मक्का की फसल गिरने की भी सूचना है। जलभराव की स्थिति में फसल खराब होने की बात कही जा रही है। दिनभर बारिश का सिलसिला जारी रहा। बारिश का असर तापमान पर भी पड़ा है। वजीरगंज, परसपुर, हलधरमऊ, मनकापुर, तरबगंज, बेलसर, बभनजोत क्षेत्र में बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है।
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फसल को हुआ नुकसान
- लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि अधिकतम तापमान 25.3 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवा 29.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। जिले में 33 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश व तेज हवा के कारण धान की फसल गिर गई है। इससे दाने में जमाव व चावल की गुणवत्ता खराब हो सकती है। मक्के की फसल को नुकसान के साथ ही सरसो की बोआई पिछड़ गई है। 20 अक्टूबर तक मौसम खराब रहने की आशंका जताई गई है।
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500 गांवों में बाधित रही बिजली आपूर्ति
-बारिश व तेज हवा चलने के कारण 500 से अधिक गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। शहर में भी लोगों को बिजली की कटौती का सामना करना पड़ा। बरसात की वजह से बिजली कर्मियों को परेशानी हुई। एक कर्मी ने बताया कि बिना पेट्रोलिग के गांवों की आपूर्ति बहाल करना संभव नहीं है।