यहां आसान नहीं है ड्राइविग लाइसेंस बनवाना
गोंडा समय दोपहर एक बजे बजे। संभागीय परिवहन कार्यालय के लाइसेंस अनुभाग में लाइन लगी हुई थ
गोंडा : समय दोपहर एक बजे बजे। संभागीय परिवहन कार्यालय के लाइसेंस अनुभाग में लाइन लगी हुई थी। लोग आपस में धक्का-मुक्की कर रहे थे। शोरगुल के बीच हर कोई जल्दबाजी में था। इसी में नेटवर्क भी परेशान कर रहा था। धीमी गति से काम होने से लाइन कम नहीं हो रही थी। लाइन में लगकर अभ्यर्थी कर्मी से फॉर्म का वेरिफिकेशन कराते। बायोमीट्रिक प्रक्रिया में इससे भी अधिक भीड़ थी। ड्राइविग लाइसेंस बनवाने में पूरा दिन लग जा रहा है। लोग यह कहते मिले कि अब डीएल बनवाना आसान नहीं है।
अब इसे जुर्माने के डर का असर करें या जागरूकता, लोग परिवहन नियमों के प्रति सतर्कता बरतने को तैयार हैं लेकिन, सिस्टम साथ नहीं दे रहा है। ऑनलाइन फोटो व हस्ताक्षर बनाने की लाइन में लगे मोहित कुमार ने बताया कि साढ़े दस बजे से खड़ा हूं। एक लाइन से दूसरी लाइन में गया। कृष्ण पाल ने बताया कि एक महीने पहले आवेदन किया था। अब समय आया तो यहां भीड़ बहुत है। इसी तरह से सुजीत ने भी परेशानी बताई। राजमंगल ने बताया कि नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद सब लाइसेंस बनवाना चाहते हैं। कार्यालय में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दो दिसंबर तक की वेटिग
- ड्राइविग लाइसेंस बनवाना ट्रेन में सीट बुकिग जैसा हो गया है। दो महीने की वेटिग चल रही है। दो दिसंबर तक स्लॉट बुक हो चुका है। इसमें उलटफेर के नाम पर दलाल वसूली करते हैं। पांच हजार अभ्यर्थी वेटिग में हैं। फैक्ट फाइल
कार्यालय से जारी कुल ड्राइविग लाइसेंस 172927
कुल महिलाओं के बनाए गए लाइसेंस की संख्या 4052
अगस्त में बने लाइसेंस 1104
सितंबर में बने लाइसेंस 1365
वेटिग 5000 बोले जिम्मेदार
- एआरटीओ एसके सिंह ने बताया कि पहले एक दिन में 75 लर्निंग व स्थाई लाइसेंस बनते थे। इसे बढ़ाकर 125 व 120 करा दिया है। अभ्यर्थियों को असुविधा न हो, इसको लेकर व्यवस्था की गई है।