ऑनलाइन होगा फसल मूल्य का भुगतान
गोंडा किसानों की उपज का उचित मूल्य समय से उपलब्ध कराने के लिए शासन ने डिजिटल भुगतान
गोंडा : किसानों की उपज का उचित मूल्य समय से उपलब्ध कराने के लिए शासन ने डिजिटल भुगतान का फैसला किया है। इस बार धान खरीद में किसानों को फसल मूल्य का भुगतान पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) के जरिए होगा। जिले में करीब तीन लाख किसानों ने 1.31 लाख हेक्टेयर में धान की खेती की है। खाद्य विभाग ने शासन के निर्देश पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। किसानों के बैंक खाते के साथ ही आधार नंबर मांगे गए हैं।
खाद्य एवं रसद विभाग किसानों से हरसाल गेहूं, मक्का व धान के फसलों की खरीदारी करता है। इसके लिए निर्धारित मूल्य पर फसल की खरीद विभाग व अन्य एजेंसियों के जरिए खोले गए क्रय केंद्रों पर की जाती है। वर्तमान व्यवस्था के अनुसार किसानों को फसल बेचने के बाद भुगतान क्रय केंद्र प्रभारी चेक या आरटीजीएस के माध्यम से करते थे। इस व्यवस्था के तहत भुगतान को लेकर गड़बड़ियों की शिकायतें मिल रही थीं। इसलिए शासन ने धान खरीद में पीएफएमएस व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है। मूल्य समर्थन योजना के तहत वर्ष 2019-20 में धान का सर्मथन मूल्य 1815 रुपये प्रति क्विटल तय किया गया है। इसके लिए जिले में 48 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इनसेट
फैक्ट फाइल
तहसील-चार
ब्लॉक-16
ग्राम पंचायत-1054
राजस्व ग्राम-1821
कुल किसान-500276
धान की बोआई-131305 हेक्टेयर इनसेट
वर्ष 2018-19 में हुई धान खरीद
कुल खोले गए क्रय केंद्र-54
कितने केंद्रों पर हुई खरीद-53
धान की खरीद-39123.86 एमटी
पीसीएफ का बकाया चावल-81.03 एमटी
कितने किसानों ने बेचा धान-5944 वर्जन-
धान खरीद में इस बार पीएफएमएस व्यवस्था लागू की जाएगी। इसके जरिए सीधे जिला मुख्यालय से किसानों के बैंक खाते में फसल का मूल्य भेजा जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
-लाल बहादुर गुप्ता, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी, गोंडा