जनता को मिले शुद्ध जल, पंचायतें करें कमाई
कार्यशाला में सीडीओ अशोक कुमार, डीडीओ रजत यादव, अधिशासी अभियंता जलनिगम मुकीम अहमद, नीरज गो¨वद राव, डीपीएम सुनित सोनकर, मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सलाहार देवेश मिश्र, कुशल गुप्ता, जितेंद्र कुमार, रवि मौजूद रहे।
गोंडा : आयुक्त कार्यालय सभागार में मंगलवार को ग्रामीण जलापूर्ति के तहत निर्मित, निर्माणाधीन पाइप पेयजल परियोजनाओं के अनुरक्षण व संचालन को लेकर एक दिवसीय मंडल स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। आयुक्त देवीपाटन मंडल सुधेश कुमार ओझा ने दीप प्रज्ज्वल्लित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि गांव में जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सब मिलकर प्रयास करें। परियोजना संचालन व अनुरक्षण को लेकर भी ग्राम पंचायत को एक बेहतर प्लान बनाना चाहिए। खुद का आय सृजित करने के लिए प्रत्येक परिवार से हर माह जल शुल्क भी वसूली जाय। जिससे विद्युत व रखरखाव के खर्च को पूरा किया जा सके। आयुक्त ने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं की लगातार समीक्षा करने के साथ ही निर्धारित समय में पूरा कराने के प्रयास किए जाएं। आयुक्त ने कहा कि पाइप लाइन परियोजना को हैंडओवर करने के लिए विभाग द्वारा तय की गई प्रक्रिया पूरी तरीके से पालन किया जाय, जिससे यदि खामियां है तो उसे दूर किया जा सके। संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन मंडल बीके पाठक ने ग्रामीण पेयजल, नीर निर्मल परियोजना के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में सीडीओ अशोक कुमार, डीडीओ रजत यादव, अधिशासी अभियंता जलनिगम मुकीम अहमद, नीरज गो¨वद राव, डीपीएम सुनित सोनकर, मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सलाहार देवेश मिश्र, कुशल गुप्ता, जितेंद्र कुमार, रवि मौजूद रहे। इनसेट
समिति के पास रहें ये अभिलेख
-नए कनेक्शन की सूची
-बैठक की कार्यवृत्त
-समिति के संकल्प पत्र
-शिकायत रजिस्टर
-पंप संचालन की लॉगबुक
-निवारक गतिविधियों की सूचना
-गुणवत्ता जांच रजिस्टर परियोजना हस्तांतरण की प्रक्रिया
-ग्राम प्रधान, जीपीडब्ल्यूएससी व ग्रामवासियों की बैठक
-डीपीएमयू टीम द्वारा परियोजना परिचय
-निर्मित परिसंपत्तियों की सूची उपलब्ध कराना
-योजना की कार्यक्षमता का संयुक्त निरीक्षण
-बैठक स्थल पर वापसी
-जीपीडब्ल्यूएससी द्वारा अवशेष कार्यों पर चर्चा
-हस्तातंरण पत्रों का वितरण