Move to Jagran APP

ऐसे तो चलती रहेगी खाद्यान्न घोटाले की जांच

गोंडा: गत 27 मई को वजीरगंज ब्लॉक क्षेत्र में एक निजी गोदाम से करीब आठ हजार बोरी खाद्यान्न ब

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Aug 2018 11:23 PM (IST)Updated: Tue, 07 Aug 2018 11:23 PM (IST)
ऐसे तो चलती रहेगी खाद्यान्न घोटाले की जांच
ऐसे तो चलती रहेगी खाद्यान्न घोटाले की जांच

गोंडा: गत 27 मई को वजीरगंज ब्लॉक क्षेत्र में एक निजी गोदाम से करीब आठ हजार बोरी खाद्यान्न बरामद किया गया था। इस मामले में तत्तकालीन पूर्ति निरीक्षक की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा वजीरगंज थाने में दर्ज कराया गया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इस मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। सवाल ये है कि अब एक गोदाम प्रभारी समेत सात लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, लेकिन टीम अभी यह नहीं पता लगा सकी कि बरामद अनाज कहां से आया था और किसका था। इसे लेकर अब तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं।

loksabha election banner

खाद्यान्न घोटाले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम अब तक 50 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इतना ही नहीं विपणन विभाग, भारतीय खाद्य निगम व जिला पूर्ति विभाग से संबंधित अभिलेख भी कस्टडी में कर चुकी है। इतना ही नहीं कार्रवाई व गिरफ्तारी के डर से चार गोदाम प्रभारी (विपणन निरीक्षक) चिकित्सीय अवकाश की अर्जी देकर चले गए हैं। एक और अहम सवाल है कि नामजद आरोपी सुहेल अहमद की गिरफ्तारी न होना और गिरफ्तारी में इतनी शिथिलता जिससे वह न्यायालय जा सके इसे लेकर तरह तरह चर्चा हो रहीं है। साथ ही करीब 70 दिन की विवेचना के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई अब चर्चा का विषय बनता जा रहा है। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर इंद्रजीत यादव का कहना कि जल्द ही पूरे मामले का राजफाश कर दिया जाएगा। रिकार्डों का अध्ययन किया जा रहा है। अभी कुछ लोगों से पूछताछ किया जाना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.