सरकारी क्रय केंद्र पर मानक की दुहाई, आढ़तिया काट रहे मलाई
। परसपुर कस्बे में आढ़तिया की दुकान पर एक किसान गेहूं की तौल कराता दिखा। किसान सतीश ने बताया कि घरेलू खर्चे के लिए गेहूं बेचने आये हैं। गेहूं का रेट पूछने पर पता चला कि 1
गोंडा : दोपहर के करीब 12 बजे थे। परसपुर कस्बे में आढ़तिया की दुकान पर आए किसान सतीश ने बताया कि घरेलू खर्चे के लिए गेहूं बेचने आये हैं। गेहूं का रेट पूछने पर पता चला कि 1800 रुपये प्रति क्विटल का रेट मिल रहा है। सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं का मूल्य 1925 रुपये क्विटल होने के बावजूद वहां न बेचने का कारण पूछने पर सतीश ने कहा कि एक तो घर से क्रय केंद्र दूर है और दूसरा पैसा कब मिलेगा ये भी तय नहीं है। धर्मेंद्र का कहना था कि सरकारी क्रय केंद्र पर अड़ंगेबाजी ज्यादा है। कहीं गेहूं का रंग ठीक नहीं है तो कहीं गेहूं साफ नहीं है, ये कहकर भी आनाकानी की जाती है। जबकि आढ़तिया घर आकर गेहूं की तौल कराकर ले जाते हैं। ये तो सिर्फ बानगी है। किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए इस मुसीबत की घड़ी में भी भटकना पड़ रहा है। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो गत वर्ष की अपेक्षा अभी तक करीब पांच हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कम हुई है। पेश है वरुण यादव की रिपोर्ट : इनसेट
मंडी समिति क्रय केंद्रों पर भी धीमी है खरीद
- गेहूं खरीद के लिए बहराइच रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी में पांच क्रय केंद्रों पर भी खरीद रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। जबकि परिसर में ही आढ़तिया नकद पैसा देने का वादा करके गेहूं खरीद लेते हैं। नंबर गेम
किसान-538000
गेहूं खरीद का लक्ष्य-71000 एमटी
खोले गए क्रय केंद्र-100
अबतक हुई खरीद-16601.01 एमटी
गत वर्ष हुई खरीद-21339.52 एमटी
कितने किसानों ने बेचा गेहूं-2934
खरीदे गए गेहूं का मूल्य-3195.59 लाख
किसानों को भुगतान-2314.36 लाख जिम्मेदार के बोल
-जिले के सभी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद शुरू हो गई है। शासन द्वारा निर्धारित मानक अनुसार क्रय केंद्र प्रभारियों को गेहूं खरीद करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कहीं भी किसानों को परेशान करने की शिकायत मिली तो संबंधित क्रय केंद्र प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- लाल बहादुर गुप्ता, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी