कॉलेज के प्रबंधक समेत दो की गोली मारकर हत्या
ये कैसा लॉकडाउन दनादन चलीं गोलियां -पहले से ही दोनों के बीच रही है वर्चस्व की जंग संसू गोंडा शुक्रवार को वैसे लॉकडाउन को देखते हुए प्रशासन ने तगड़े इंतजाम किए थे लेकिन उमरी के परास गांव में हुई गोलीबारी की घटना ने उसके दावों की पोल खोल कर रख दी है। इस गांव में पहले भी दोनों गुटों के बीच विवाद हो चुका है। वर्चस्व की जंग पिछले कई सालों से चल रही है। पिछले पंचायत चुनाव के दौरान भी गोली चली थी। इसके बाद समय-समय पर दोनों गुट अपनी ताकत का एहसास कराते रहे हैं।
गोंडा : शुक्रवार को उमरीबेगमगंज थाना क्षेत्र का परास गांव गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। मनरेगा मजदूरों के भुगतान को लेकर चल रही जांच के बीच गोलीबारी शुरू कर दी गई। इस गोलीबारी में समला देवी स्मारक इंटर कॉलेज के प्रबंधक व सपा से जुड़े देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह व कन्हैया पाठक की गोली लगने से मौत हो गई। घटना में लाठी सिंह के भाई समेत चार अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
उमरीबेगमगंज थाना क्षेत्र के मझवार गांव में अधिकारियों के पास शिकायत आई थी कि मनरेगा मजदूरों के खाते से कुछ लोग पैसे निकलवा रहे हैं। इस शिकायत की जांच करने के लिए शुक्रवार को जांच टीम संबंधित गांव सत्यापन के लिए भेजी गई थी। रास्ते में जांच टीम के सदस्यों ने समला देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक सपा से जुड़े देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह से संगमपुरवा गांव का रास्ता बताने को कहा। जिस पर वह जांच टीम के साथ अपने साथियों को लेकर पहुंच गए। वहां पर पहले से एकत्र लोगों ने उन्हें देखते ही फायरिग शुरू कर दी। जिससे लाठी सिंह, कन्हैया पाठक, विजय सिंह टिटू व तीन अन्य घायल हो गए। गांव में अफरातफरी का माहौल हो गया। घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। जहां पर घायल देवेंद्र प्रताप उर्फ लाठी सिंह व कन्हैया पाठक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। घायल विजय सिंह टिटू को लखनऊ रेफर किया गया है। मौके पर पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए हैं। इस मामले में जिला पंचायत सदस्य अतुल सिंह परास व उनके सहयोगियों के ऊपर आरोप लगाया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।