बैंककर्मियों ने की हड़ताल, ग्राहक तंग हाल
ही है। बैंकों को विलय करके उनकी पहचान समाप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि बैंक ग्राहकों के हितों की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। जमा राशियों पर ब्याज घटाया जा रहा है। इस मौके पर राम जियावन रामजी मुकेश सोनी नंदकिशोर रमेश सहित मौजूद रहे।
गोंडा : बैंकों के विलय के विरोध में कर्मचारियों ने हड़ताल की। शहर में स्थित इलाहाबाद बैंक की मुख्य शाखा पर प्रदर्शन किया। हड़ताल से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कारण त्योहार के समय उन्हें रुपये नहीं मिले। बैंकों में लेनदेन का कार्य प्रभावित रहा।
विकास भवन स्थित सिडीकेट बैंक में सुबह ही कर्मचारियों ने तालाबंदी कर दी। यहां सुबह करीब 11 बजे मुहम्मद इरफान रुपये निकालने आए थे लेकिन, उनको बैरंग वापस लौटना पड़ा। इसी तरह राजू यादव को रुपये नहीं मिले। उन्होंने बताया कि उनको जरूरी काम है। रुपये न मिलने से परेशानी होगी। बैंक के सामने बैठीं शीला, सावित्री और सुनीता हड़ताल के चलते वापस होने को विवश हुईं। ये महिलाएं काफी देर तक इस उम्मीद में रुकी रहीं कि शायद बैंक अभी खुल जाएगा। कर्मचारी अब्दुल वहीद रब्बानी ने बताया कि विलय के खिलाफ कर्मचारियों ने पूरे दिन हड़ताल की है। लेनदेन नहीं किया गया है। सिद्धार्थ त्रिपाठी, राहुल तिवारी मौजूद रहे। इसी तरह से इलाहाबाद बैंक की मुख्य शाखा पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। यहां भी लेनदेन प्रभावित हुआ। इटियाथोक : कस्बे में स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखा में कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मंगलवार को पूरे दिन कार्य बाधित रहा। बैंक प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि बैंक इंप्लाइज यूनियन ने हड़ताल का आह्वान किया था। बैंक कर्मी धर्मशील तिवारी की अगुवाई में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने हड़ताल की। इससे बैंक में लेनदेन बाधित रहा। रामजियावन, रामजी, मुकेश सोनी, नंदकिशोर, रमेश मौजूद रहे।