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गांव खुले में शौचमुक्त नहीं हुए तो निलंबन तय

गोंडा : गांव खुले में शौचमुक्त नहीं हुए तो अधिकारी निलंबन के लिए तैयार रहें। लापरवाही बर

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Aug 2017 11:08 PM (IST)Updated: Wed, 23 Aug 2017 11:08 PM (IST)
गांव खुले में शौचमुक्त नहीं हुए तो निलंबन तय
गांव खुले में शौचमुक्त नहीं हुए तो निलंबन तय

गोंडा : गांव खुले में शौचमुक्त नहीं हुए तो अधिकारी निलंबन के लिए तैयार रहें। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह चेतावनी बुधवार को एनआइसी सभागार में आयोजित वीडियो कांफ्रें¨सग में स्वच्छ भारत मिशन निदेशक विजय किरन आनंद ने दी। उन्होंने कहा कि गांव में स्वच्छता अभियान की प्रगति ठीक नहीं है। मंडल से लेकर गांव तक अधिकारियों व कर्मचारियों बीच कार्य को लेकर कोई समन्वय नहीं है। इससे ओडीएफ गांव की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। मिशन निदेशक ने कहा कि जिले से गांवों को खुले में शौचमुक्त मार्क तो कर दिया जाता है, लेकिन मंडल स्तर से गांव रिजेक्ट हो जाते हैं। जिलेवार प्रगति की समीक्षा के दौरान शौचालयों की एमआइएस फी¨डग व फोटो अपलो¨डग की प्रगति कम मिलने पर मिशन निदेशक ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अभियान में रुचि न लेने वाले सचिव, खंड प्रेरक व एडीओ पंचायत की जिम्मेदारी तय करके कार्रवाई की जाय। उप निदेशक पंचायत देवीपाटन मंडल एके ¨सह, डीपीआरओ घनश्याम सागर, मंडलीय परियोजना प्रबंधक आरती केसरवानी, मंडलीय कोऑर्डीनेटर कृष्ण गोपाल गुप्ता, जिला कंसलटेंट अभय प्रताप ¨सह रमन, ¨पकी श्रीवास्तव, अरुण शैलेंद्र ¨सह यादव, बृजेश श्रीवास्तव, बृजनंदन तिवारी, कन्हैयालाल गौतम आदि मौजूद रहे।


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