सामुदायिक शौचालय निर्माण में गोंडा सबसे फिसड्डी
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संसू, गोंडा : गांव को खुले में शौच मुक्त बनाए रखने के लिए चलाई जा रही सामुदायिक शौचालय निर्माण की मुहिम को झटका लगा है। यहां न तो समय से लक्ष्य के सापेक्ष सामुदायिक शौचालय का निर्माण हो सका है और न ही जियो टैगिग। निर्माण के बाद देखरेख के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक शौचालय हैंडओवर भी नहीं हो पा रहे हैं। सामुदायिक शौचालय निर्माण में गोंडा देवीपाटन मंडल में सबसे फिसड्डी है। इसे राज्य स्तर पर सबसे खराब प्रगति वाले जिलों की रैंकिग में सातवां स्थान मिला है। जबकि, बहराइच आठवें नंबर पर है।
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जिलेवार सामुदायिक शौचालय निर्माण व हैंडओवर की स्थिति
जिला-लक्ष्य-निर्माण-हैंडओवर-भुगतान
गोंडा-1214-922-580-437
बहराइच-1045-1003-782-596
बलरामपुर-800-708-594-539
श्रावस्ती-397-384-331-263
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सामुदायिक शौचालय में मिल रहीं खामियां
- पंचायतीराज विभाग के अनुसार देवीपाटन मंडल में 3456 के सापेक्ष 3017 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराकर विभागीय वेबसाइट पर जियो टैगिग कराई गई है। इनमें से 2287 शौचालय स्वयं सहायता समूह को हैंडओवर किए गए। 1835 शौचालय की देखरेख के लिए स्वयं सहायता समूह को 3.20 करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया गया है। लेकिन, अभी किसी शौचालय में टाइल्स नहीं लगी है तो किसी में शीट। ऐसे में सामुदायिक शौचालय का कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है।
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जिम्मेदार के बोल
चारों जिलों के डीपीआरओ को ब्लाकवार समीक्षा करके लक्ष्य के अनुसार सामुदायिक शौचालय का निर्माण, जियो टैगिग व स्वयं सहायता समूह को हैंडओवर कराकर भुगतान कराने के निर्देश दिए गए हैं। गोंडा में प्रगति सबसे खराब है, यहां विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
- आरएस चौधरी, उप निदेशक पंचायत देवीपाटन मंडल गोंडा