मुख्यमार्ग से जुड़ेंगी बस्तियां, आवागमन की सुविधा होगी बेहतर
बैठक में अनुपस्थित रहने के साथ ही जिला पंचायत पर शिक्षा विभाग का कार्यालय बंद करने संबंधी आरोपों को लेकर सदस्यों ने हंगामा किया। सदस्यों ने बीएसए के खिलाफ गलत आरोप लगाने के साथ ही बैठक में सूचना के बावजूद सदन की अवमानना करने को लेकर ¨नदा प्रस्ताव पारित किया। इसके अलावा बिजली विभाग के अनुपस्थित अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
गोंडा : बुधवार को जिला पंचायत सभागार में बोर्ड की सामान्य बैठक जिपं अध्यक्ष केतकी ¨सह की अध्यक्षता में हुई। बैठक का संचालन अपर मुख्य अधिकारी सत्यपाल ने किया। उन्होंने बताया कि चतुर्थ राज्य वित्त आयोग की संस्तुति पर नए वित्तीय वर्ष 2019-20 में 37.88 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इसमें करीब 4.50 करोड़ रुपये कर्मचारियों के वेतन व भत्ते पर खर्च होगा। जबकि 33.38 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र की बस्तियों को मुख्यमार्ग से जोड़ने के साथ ही खराब सड़कों की मरम्मत भी कराई जाएगी। इसके अलावा जिले में मवेशियों से परेशान किसानों को राहत दिलाने के लिए 17 कांजीहाउस खोला जाएगा। कांजीहाउस में चहारदीवारी व शेड निर्माण पर करीब 3.91 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सदन ने ध्वनमति से प्रस्ताव को पास कर दिया। बैठक में पृथ्वीनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग पर दो किलोमीटर सड़क निर्माण व चौखड़ियों में सड़क की मरम्मत का भी प्रस्ताव पास किया गया। संपत्ति विभव कर के रूप में 2135800 रुपये के संपत्तियों की सूची भी सदन से अनुमोदित कराई गई। मनरेगा के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 के लेबर बजट का अनुमोदन भी जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में किया गया। सदन में सदस्यों ने गन्ना पर्ची, उर्वरक वितरण, गन्ना मूल्य भुगतान, विकास कार्य, ¨सचाई, राशनकार्ड, विद्युतीकरण को लेकर सवाल उठाए। सीडीओ अशोक कुमार ने समस्याओं का समाधान कराने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया। बैठक में विधायक सदर प्रतीक भूषण ¨सह, मेहनौन विधायक विनय द्विवेदी, जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि नानबच्चा पांडेय, करन भूषण ¨सह मौजूद रहे।