पहले कहा रंजिशन हत्या, अब बताया हादसा
था कि जमीनी विवाद को लेकर विपक्षियों ने रास्ते में रोककर मारपीट की। उसी दौरान भांजी असिता की पिटाई से हत्या का आरोप लगाते हुए जिला अस्पताल में हंगामा किया था। दो घंटे तक चले जाम व प्रदर्शन के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई थी। मौ
गोंडा: बालिका की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। विपक्षियों पर हत्या व पुलिस पर पैसा मांगने का आरोप लगाकर हंगामा करने वाला युवक अपनी बात से पलट गया है। उसने पुलिस को दी गई पहली तहरीर वापस ले ली है। दूसरी तहरीर देकर उसने घटना की वजह हादसा बताया है। एसपी ने पूरे मामले की जांच सीओ तरबगंज को सौंपी है। वहीं बयान से पलटने के बाद पीड़ित किसी से बात नहीं कर रहा है। उसका मोबाइल बंद है।
तरबगंज के बौरिहा गांव निवासी प्रवीण सिंह ने पहले आरोप लगाया था कि जमीन विवाद को लेकर विपक्षियों ने रास्ते में रोककर मारपीट की। उसी दौरान भांजी असिता की पिटाई से हत्या का आरोप लगाते हुए जिला अस्पताल में हंगामा किया था। दो घंटे तक चले जाम व प्रदर्शन के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई थी। मौके पर एएसपी, दो सीओ व आठ थानों की पुलिस के साथ ही पीएसी के जवानों को लगाया गया था। पहले उसने पुलिस को हत्या की तहरीर दी। कुछ ही देर बाद उसने अपनी तहरीर वापस ले ली। उसने दूसरी तहरीर पुलिस को दी, जिसमें उसने कहा कि भांजी का इलाज कराकर जब वह घर जा रहा था तो बिजली भवानी मंदिर के पास स्पीड ब्रेकर के कारण हादसा हो गया। जिससे उसकी भांजी की मौत हो गई। पुलिस अब बयान पलटने के मामले की जांच कर रही है। मामले में मृत बालिका के परिवारजन भी चुप हैं।
इनसेट
पूरा प्रकरण संज्ञान में है। पहले उसने हत्या का आरोप लगाया, बाद में हादसा बताते हुए अपना बयान पलट दिया। पूरे मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है। रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी।
- आरपी सिंह, एसपी गोंडा