2022 के विधानसभा चुनाव की बिसात बिछा गए योगी
गोंडा लोकार्पण-शिलान्यास के साथ सियासत पर था निशाना उम्मीदवारी को लेकर नेताओं ने दिखाया
गोंडा : लोकार्पण-शिलान्यास के साथ सियासत पर था निशाना, उम्मीदवारी को लेकर नेताओं ने दिखाया जोर।
धनंजय तिवारी, गोंडा : अवसर भले ही परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास का था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इशारों-इशारों में ही 2022 के विधान सभा चुनाव की बिसात बिछा दी। वर्ष 2017 के पहले विकास के नाम हो रही लूट को याद दिलाते हुए भाजपा सरकार में संचालित योजनाओं का बखान किया। मुख्यमंत्री ही नहीं, मंच पर आसीन मंत्रियों व सांसदों ने भी 2022 में फिर योगी सरकार बनाने के लिए आम जनमानस को 2017 के पहले की घटनाओं की याद दिलाई। कहा कि जो लोग राम मंदिर निर्माण को लेकर कहते थे कि वहां परिदा पर नहीं मार सकता वही कहते हैं कि रामलला उनके भी हैं। वहीं आगामी विधान सभा चुनाव में अपने को सशक्त दावेदार दिखाने की भी जोर आजमाइश हुई।
शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर दो दिन पूर्व से यहां भाजपाइयों में काफी उत्साह रहा। शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कालेज का मैदान (कार्यक्रम स्थल) खचाखच भर जाए इसको लेकर हरसंभव प्रयास किए गए। भाजपा मंडलवार पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं। महिलाओं को कार्यक्रम तक लाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। मंशा थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कार्यक्रम में इतनी भीड़ हो कि ऐतिहासिक बन सके।
इसी बीच उन लोगों को भी अपनी ताकत दिखाने का अवसर मिला जो विधान सभा चुनाव में पार्टी से टिकट लेने के लिए पार्टी मुख्यालय से लेकर गांव-गांव खाक छान रहे हैं। किसी ने मोटरसाइकिल की रैली निकालकर अपनी ताकत को दिखाने का प्रयास किया तो किसी ने कार्यकर्ताओं की संख्या गिनाकर अपनी जमीन मजबूत साबित करने का भरसक प्रयास किया। दूसरी तरफ मौजूदा विधायकों ने भी अपना टिकट सुरक्षित जोन में रखने के लिए वाहनों का काफिला निकाला। यही नहीं, मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान नेतागण तालियां बजाने को लेकर भी इशारा करते नजर आए। वैसे यातायात व्यवस्था ऐसी रही कि कोई भी नेता यह नहीं दिखा पाया कि उसके खेमे से कितने लोग आए हैं। एक-एक करके लोग आते रहे और जनसभा स्थल पर जुटते गए।