100 प्रधानाध्यापकों ने नहीं दिए कक्ष निरीक्षक, कार्रवाई की चेतावनी
गोंडा : माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक न देने को लेकर 100 वित्त विहीन विद्
गोंडा : माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक न देने को लेकर 100 वित्त विहीन विद्यालय निशाने आ गए हैं। प्रधानाध्यापक शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी करने के लिए नहीं भेज रहे हैं। इससे केंद्र व्यवस्थापकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानाध्यापकों को विद्यालय की मान्यता प्रत्याहरण की चेतावनी दी गई है। इनको एक दिन का समय दिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यूपी बोर्ड परीक्षा कराने के लिए 3500 वाह्य कक्ष निरीक्षकों को लगाया गया था। ब्लॉकवार परिषदीय शिक्षकों के साथ ही वित्त विहीन स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे अध्यापकों को लगाया गया है, जिन विद्यालयों में बालिकाओं को स्वकेंद्र आवंटित किया गया है। वहां 50 फीसद वाह्य कक्ष निरीक्षक लगाए जाने हैं लेकिन, जिनको इसकी जिम्मेदारी दी गई है। वह दायित्वों के निर्वहन में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। ऐसे में परीक्षा प्रभावित हो रही है। इतना ही जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी केंद्र पर नहीं जा रहे हैं। जबकि इनके सामने ही प्रश्नपत्र खुलने की व्यवस्था की गई थी। डीआइओएस अनूप कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापकों को नोटिस भेजी जा रही है। कक्ष निरीक्षक न देने पर मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई की जाएगी। इनसेट
छात्राध्यापकों को लगाकर कराएंगे परीक्षा
- शिक्षकों की परीक्षा कराने में दिलचस्पी न लेने के बाद अब लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज के बीएड अनुभाग के छात्राध्यापकों को कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी लगाने की कवायद शुरू कर दी गई है। डीआइओएस ने बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष को सहयोग करने के लिए कहा गया है। यहां छात्राध्यापकों को लगाया जाएगा, जिससे परीक्षा में किसी प्रकार की दिक्कत न हो सके।