आपसी मतभेद भुलाइए, गांव को ओडीएफ बनाइए
गोंडा : आपसी मतभेद भुलाकर गांव को ओडीएफ बनाने की अपील की गयी है। वहीं, पंचायतीराज विभा
गोंडा : आपसी मतभेद भुलाकर गांव को ओडीएफ बनाने की अपील की गयी है। वहीं, पंचायतीराज विभाग के कर्मियों ने गांवों का भ्रमण कर शौचालय निर्माण का जायजा लिया। मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रें¨सग के जरिए प्रगति की जानकारी ली।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए मुहिम चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 अक्टूबर तक सभी गांव को ओडीएफ घोषित करने के निर्देश दिए हैं। जिले में 1816 राजस्व गांव हैं, जिसमें से 761 गांवों को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। जबकि 1055 गांव अभी ओडीएफ किए जाने हैं। तय अवधि में अब सिर्फ 20 दिन ही बचे हैं, ऐसे में सभी से सहयोग मांगा जा रहा है। प्रधानसंघ परसपुर के ब्लॉक अध्यक्ष विपिन कुमार उर्फ ¨पकू ¨सह ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र भेजकर गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम जनहित से जुड़ा होने के साथ ही सरकारी की प्राथमिकता में शामिल है। गोंडा जिले का मान बढ़ाने के लिए सभी प्रधान आपसी मतभेद भुलाकर लक्ष्य को हासिल करें। सोमवार को पंचायतीराज विभाग के कर्मचारियों ने गांवों का भ्रमण कर निर्माण कार्य का जायजा लिया। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने एनआइसी सभागार में वीडियो कांफ्रें¨सग के जरिए स्वच्छता अभियान के प्रगति की समीक्षा की। कार्य में तेजी लाने के साथ ही लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास आदि विभाग से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की भी समीक्षा की।