पानी मिलने के इंतजार में नई पीढ़ी
गोंडा : जमीन देने के बावजूद ¨सचाई के लिए पानी न मिलने से किसानों में निराशा है। हर कोई
गोंडा : जमीन देने के बावजूद ¨सचाई के लिए पानी न मिलने से किसानों में निराशा है। हर कोई लचर व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। कटराबाजार क्षेत्र के किसान नंद कुमार ने बताया कि हमने जब से होश संभाला तबसे नकहा जगतापुर माइनर को ऐसे ही देख रहे हैं। यह माइनर अब मवेशियों के लिए चरागाह बन गयी है। रामसभा कहते हैं कि हम लोग नहर का नाम ही भूल गए हैं। दूसरी पीढ़ी के बच्चे नहर के बजाय माइनरों को अब नाला समझने लगे हैं। सत्यजीत ने कहा कि क्षेत्र की पिसैया माइनर अभी पूरी खुदाई तक नहीं हुई है। राजेश का कहना है कि नहर का पानी कब मिलेगा पता नहीं। परसपुर के लोहंगपुर गांव के किसान प्रमोद मिश्र, परसपुर के अवध कुमार ¨सह व हरदिहा सपौर के दिलावर खां व असगर अली ने बताया कि खेत भी नहर में चला गया और नहर अधूरी होने से ¨सचाई भी नही कर पा रहे हैं। हलधरमऊ क्षेत्र के विनोद ¨सह का कहना है कि अबतक नहर का लाभ नहीं मिला है। काफी दिनो पहले से खेती छूट गई और योजना भी नहीं चली। राजन मिश्र का कहना है डीजल बहुत महंगा है खेत मे लगी फसलों की ¨सचाई करना काफी कठिन हो गया है। कर्नलगंज के किसान राजेश कुमार द्विवेदी, शेष कुमार पांडेय का कहना है कि सबकुछ गंवाने के बावजूद कोई लाभ नहर का नहीं मिल सका।