समस्या निस्तारण तक नहीं होगी नहर की खोदाई
स्थानीय ब्लॉक क्षेत्र के परसा गोंडरी में धनईपट्टी नहर खनन के विरोध में चल रहा किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 23वें दिन एसडीएम व पूर्व विधायक के आश्वासन पर समाप्त हो गया।
गोंडा : नहर खनन के विरोध में चल रहा किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 23वें दिन एसडीएम व पूर्व विधायक के आश्वासन पर समाप्त हो गया। मामला स्थानीय ब्लॉक क्षेत्र के परसा गोंडरी में धनईपट्टी का है।
सरयू नहर खंड प्रथम द्वारा संचालित उक्त माइनर के खनन के विरोध में किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए थे। किसानों की मांग थी कि वर्ष 2019 के सर्किल रेट से मुआवजा दिया जाए। किसानों का यह भी आरोप है कि इनकी जमीन का न तो बैनामा हुआ और न ही मुआवजा मिला। इसके बावजूद खनन कार्य चालू करा दिया गया है। इसके विरोध में किसान नहर मार्ग पर ही टेंट लगाकर परिवारजन के साथ धरने पर बैठ गए थे। पूर्व सपा विधायक बैजनाथ दुबे के नेतृत्व में किसानों का प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मिला था। सपा के प्रतिनिधि मंडल ने मौके पर आकर किसानों की मांगों को सुना तथा जिलाधिकारी से मिलकर पत्र सौंपा। अब सपाई राज्यपाल से भी मिलेंगे। मंगलवार की दोपहर बाद एसडीएम कर्नलगंज ज्ञानचंद गुप्त आए। उन्होंने पूर्व विधायक के सामने किसानों को आश्वासन दिया कि इस संबंध में डीएम के यहां पत्रावली लंबित है। जब तक मामले का निस्तारण नहीं हो जाता, तब तक खनन का कार्य नहीं कराया जाएगा। एसडीएम ने कहा कि ठंडक का समय है। बच्चों के साथ किसान बैठे हुए हैं। इनका यहां से उठना बहुत जरूरी है। मौके पर प्रधान वेद प्रकाश ओझा, पूर्व प्रधान नंदकिशोर ओझा, रघुनाथ मिश्र, राधेश्याम शुक्ल, कमलेश, शकुंतला, सुशीला मिश्रा, केशव राम, विनोद मौजूद रहे।