केबल दुरुस्त करने को नहीं हैं कर्मचारी
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का नेटवर्क फेल होने से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पिछले कई महीनों से समस्या बनी हुई है। इससे लोगों को निजी टेलिकॉम कंपनियों की सेवा लेने को विवश होना पड़ रहा है। सुधार नहीं दिख रहा है। इसका कारण हाईवे के बगल बिछाई गई केबल के कटने को बताया जा रहा है।
गोंडा : भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का नेटवर्क फेल होने से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पिछले कई महीनों से समस्या बनी हुई है। इससे लोगों को निजी टेलिकॉम कंपनियों की सेवा लेने को विवश होना पड़ रहा है। सुधार नहीं दिख रहा है। इसका कारण हाईवे के बगल बिछाई गई केबल के कटने को बताया जा रहा है। जिसके रखरखाव की जिम्मेदारी नार्थ टेलिकॉम रीजन (एनटीआर) की है लेकिन, यहां केवल एक अफसर बैठते हैं, ऐसे में केबल कटने पर लखनऊ व अयोध्या से टीमें बुलानी पड़ती हैं। इससे दिक्कत दूर करने में कई दिन लगते हैं।
जिले को नेटवर्क सेवा देने के लिए दो रूट हैं। लखनऊ व फैजाबाद से लाइन जुड़ी हुई है। अधिकतर लाइन हाईवे के बगल से होकर गुजरती है। उसके कटने पर यहां के कर्मचारी सही नहीं करते हैं। नार्थ टेलिकॉम रीजन (एनटीआर) से टीमें बुलाई जाती हैं। वही इसे ठीक करते हैं। स्थानीय स्तर पर केवल सहायक मार्गों की निगरानी की जाती है। एनटीआर के एक अफसर हैं बाकी जरूरत पड़ने पर कर्मचारी बुलाए जाते हैं। इसको लेकर परेशानी बढ़ जाती है। ब्राडबैंड सेवा ठप हो जाती है। इससे मेल भेजना व प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। इससे सरकारी कार्यालयों में काम प्रभावित होता है। दो दिनों से ग्राहक परेशानी झेल रहे हैं। बोले जिम्मेदार
हाईवे पर केबल की निगरानी एनटीआर करती है। ऐसे में वह केबल कट जाने पर टीमें लखनऊ व अयोध्या से आती हैं। जिससे थोड़ा समय लगता है।
- एपी सिंह, जिला प्रबंधक बीएसएनएल
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