सिटी मजिस्ट्रेट की अमर्यादित टिप्पणी से आहत वकीलों ने किया न्यायालय का बहिष्कार
स्थानांतरण तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी एडीएम को सौंपा मांगपत्र
गोंडा : संभागीय परिवहन के कार्यालय परिसर में छापेमारी के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी द्वारा अधिवक्ता से अभद्र व्यवहार किया गया। इसके विरोध में अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। वकीलों के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम डॉ. नितिन बंसल से मिलकर उन्हें प्रकरण से अवगत कराया। साथ ही डीएम को संबोधित मांग पत्र एडीएम राकेश सिंह को सौंपा। कहा कि जब तक सिटी मजिस्ट्रेट का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा तब तक उनके न्यायालय का बहिष्कार किया जाएगा।
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि छापेमारी के दौरान एक अधिवक्ता ने अपना परिचय नगर मजिस्ट्रेट को दिया। इसके बावजूद नगर मजिस्ट्रेट ने अभद्रतापूर्ण व्यवहार करते हुए आरटीओ ऑफिस परिसर में दोबारा दिखाई न पड़ने की चेतावनी दे डाली। वकालत निकाल दूंगी आदि अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया। प्रतिनिधि मंडल ने निदा करते हुए कहा कि जिले के किसी अधिकारी द्वारा अगर किसी अधिवक्ता को परेशान किया गया और अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया तो बार एसोसिएशन बर्दाश्त नही करेगा। इसके साथ उप संभागीय परिवहन कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार व लूट-खसोट पर तत्काल रोक लगाने, कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के संपत्ति की जांच कराने व उप संभागीय परिवहन कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की। अध्यक्ष दीनानाथ त्रिपाठी, वीरेंद्र त्रिपाठी, महामंत्री मनोज कुमार सिंह, प्रदीप कुमार पांडेय, उपेंद्र मिश्र, श्रीमान सिंह, राजेंद्र तिवारी, रविद्र कुमार श्रीवास्तव, माधवराज मिश्र, रामकृपाल शुक्ल, कौशल किशोर पांडेय, संतोष लाल तिवारी, अरविद कुमार पांडेय, अनुपम शुक्ल, राजकुमार चतुर्वेदी, संतोष कुमार ओझा, रामू प्रसाद, बिदेश्वरी दुबे, रामबुझारत दुबे, अनिल सिंह, डीपी ओझा मौजूद रहे।