मरीजों को बेची जा रही थीं असरहीन दवाएं, नमूने हुए फेल
शिकायत के आधार पर बीते दिनों खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने एक मेडिकल स्टोर से दवाओं के नमूने लिए थे। जिसमें से दो दवाओं के नमूने फेल हो गए। संबंधित को अब नोटिस भेजा जा रहा है। शिकायत के आधार पर बीते दिनों खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने एक मेडिकल स्टोर से दवाओं के नमूने लिए थे। जिसमें से दो दवाओं के नमूने फेल हो गए। संबंधित को अब नोटिस भेजा जा रहा है। शिकायत के आधार पर बीते दिनों खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने एक मेडिकल स्टोर से दवाओं के नमूने लिए थे। जिसमें से दो दवाओं के नमूने फेल हो गए। संबंधित को अब नोटिस भेजा जा रहा है।
गोंडा: दवाओं में गड़बड़ी का मामला थम नहीं रहा है। शिकायत के आधार पर गत सितंबर माह में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने रानीबाजार स्थित पापुलर मेडिकल एजेंसीज पर छापेमारी की थी। टीम द्वारा लिए गए पांच दवाओं के नमूने में से दो का नमूना फेल आया है। इसके आधार पर संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक व निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है। संबंधित को नोटिस जारी किया जा रहा है।
गत दिनों खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को दवाओं की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिली थी। इस पर औषधि निरीक्षक मनु शंकर की टीम ने छापेमारी करके दवाओं के नमूने लिए थे। जांच के बाद आई रिपोर्ट में पाया गया है कि एंटीबायोटिक दवा बायोसिक्स दो सौ मिलीग्राम में मात्र 24.6 मिलीग्राम ही दवा मिली। नियमत: इसमें 180 मिलीग्राम दवा की क्षमता होनी चाहिए। इसलिए इसे अधोमानक पाया गया है। मैक बी नामक एंटीबायोटिक दवा में मात्र 57 फीसद ही दवा का तत्व मिला है। टीम का मानना है कि ऐसे में मुनाफे के चक्कर में मरीजों को असरहीन दवाएं बेची जा रही थीं। रिपोर्ट के बाद अब संबंधित को नोटिस जारी किया जा रहा है। इनसेट
दवाओं के रिकार्ड तलब
- औषधि प्रशासन टीम ने जिला अस्पताल के सामने स्थित गोयल ड्रग हॉउस पर जांच पड़ताल की। इसमें क्षमता से अधिक दवाएं मिली हैं। इस बाबत दवाओं के रिकार्ड तलब किए गए हैं। कौन-कौन सी दवा कब आई है, एक्सपायरी तिथि क्या है। इस बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। यहां से पांच सैंपल लिए गए हैं।