गोल्डन कार्ड के 46592 आवेदन निरस्त, समस्या बढ़ी
सर्वे सूची में कुछ और नाम वर्तमान में कुछ और पहचान से आई दिक्कत सुधार को लेकर चलेगा अभियान
गोंडा: आयुष्मान भारत योजना में नाम होने के बाद भी 46 हजार 592 लोगों को मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। दरअसल, जिस वक्त सर्वे हुआ था, उस वक्त परिवारजन ने घर का नाम कुछ लिखवा दिया। अब जब वह आधार कार्ड व अन्य अभिलेख लेकर गोल्डन कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं तो नाम का मिलान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में इन आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है।
आयुष्मान भारत का लाभ वर्ष 2011 में हुए सर्वे के आधार पर पात्र लाभार्थियों को मिल रहा है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें सर्वे के समय किसी ने कुछ नाम लिखवा दिया अब वह कुछ दस्तावेज पेश कर रहे हैं। किसी का नाम तो किसी का फोटो मैच नहीं हो रहा है। साथ ही अन्य कमियां सामने आ रही हैं। फिलहाल, अब तक जिले में 43678 आवेदकों का आवेदन आधार कार्ड में खामियों के कारण व 2914 का आवेदन अन्य कमियों के कारण निरस्त कर दिया गया है। इनका नए सिरे से गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
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गांव-गांव लगवा रहे शिविर:
आयुष्मान भारत का लाभ पात्रों तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग इन दिनों गांव-गांव शिविर लगा रहा है। जिसके माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। अब प्रधानों के साथ भी अधिकारी बैठक कर रहे हैं। आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
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अब तक 19169 को मिला इलाज:
आयुष्मान भारत के तहत अब तक दो लाख 90 हजार 902 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। इससे एक लाख 31 हजार परिवारों को जोड़ा गया है। अब तक 19 हजार 169 का इलाज किया गया है। अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों का भी कार्ड बनाया जा रहा है।
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वर्जन::
नाम व फोटो सहित अन्य में कमियां मिलने के कारण दिक्कत आ रही है। जो भी समस्याएं आ रही हैं, उसका निराकरण किया जा रहा है। अब तक 46592 आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं।
-अंकित कुमार, जिला सूचना प्रबंधक