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14 और शिक्षक बर्खास्त, दर्ज होगी एफआइआर

संसू, गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में अध्यापक पद पर तैनात 14 और शिक्षकों को बर्खास

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 05:06 PM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 05:06 PM (IST)
14 और शिक्षक बर्खास्त, दर्ज होगी एफआइआर

संसू, गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में अध्यापक पद पर तैनात 14 और शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। चार अध्यापक फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी कर रहे थे। जबकि 10 अध्यापक लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे थे। बीएसए ने बर्खास्तगी के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारियों को एफआइआर कराने के आदेश दिए हैं।

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शिक्षा क्षेत्र बेलसर के प्राथमिक विद्यालय बच्ची माझा के प्रधानाध्यापक पद पर तैनात प्रेमचंद विश्वकर्मा निवासी ग्राम पकड़हिवा खोराबाद गोरखपुर ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) प्रमाण पत्र फर्जी लगाकर शिक्षक की नौकरी हासिल की। सत्यापन में मामला खुलने के बाद कार्रवाई की गई है। इसी तरह छपिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय कुसमुही की सुशीला प्रजापति निवासी निबही हरैया गोरखपुर, रुपईडीह के जूनियर भवानी खुर्द की अर्चना पांडेय निवासी विशुनपुरवा गांधीनगर बस्ती व परसपुर के जूनियर सरफराजगंज के सुरेंद्र प्रसाद निवासी गोहरिया पनिका बाजार देवरिया के टीईटी प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इनकी सेवा समाप्त करते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों को संबंधित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इन चारों से वेतन की रिकवरी कराए जाने को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है।

इनसेट

अनुपस्थिति पर इनकी सेवा हुई समाप्त

- वजीरगंज के प्राथमिक विद्यालय घरूकनपुरवा के राजनरायन, प्राइमरी परसिया की नीरू शर्मा व बनकटवा की दिव्या श्रीवास्तव, हलधरमऊ के बसालतपुर के राजेंद्र प्रसाद दीक्षित, कटरा बाजार के कोटिया मदारा की वंदना, रुपईडीह के भंगहा के सुनील कुमार बरवार, छपिया के सिसई रानीपुरवा की संगीता शर्मा, नवाबगंज की गौरिया प्रथम की श्रद्धा सिंह व पूर्व माध्यमिक विद्यालय कनकपुर की रजनी लखमानी लंबे समय से अनुपस्थित चल रही थीं। इनकी भी सेवा समाप्त कर दी गई हैं।

जिम्मेदार के बोल

- बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम सिंह ने बताया कि संबंधित अध्यापकों को स्पष्टीकरण के साथ कार्यालय बुलाया गया था। उन्हें कई बार मौका दिया गया लेकिन, उपस्थित न होने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। फर्जी अभिलेख के सहारे नौकरी करने वाले अध्यापकों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं। जो भी वेतन दिया गया है उसकी रिकवरी कराई जाएगी।


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