निदेशालय हर दिन करेगा शौचालय निर्माण की निगरानी
गोंडा : स्वच्छता अभियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर शिकंजा कसने के लिए कवायद तेज हो गई है। अ
गोंडा : स्वच्छता अभियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर शिकंजा कसने के लिए कवायद तेज हो गई है। अब निदेशालय स्तर से प्रत्येक दिवस निगरानी की व्यवस्था बनाई गई है। जिलेवार नामित किए गए कंसल्टेंट अफसरों के साथ कर्मियों को फोन करके शौचालय निर्माण की जानकारी लेंगे। जहां प्रगति खराब मिलेगी, वहां के अफसरों से वजह जानने के साथ ही निदेशालय स्तर का मामला होने पर समाधान कराया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की भी संस्तुति की जाएगी। इसके लिए 13 कंसल्टेंटों को जिलेवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। नामित कंसल्टेंट प्रत्येक दिवस सुबह-शाम रिपोर्ट लेने के साथ ही समस्याओं का समाधान कराएंगे।
गांवों को खुले में शौच मुक्त करने के लिए पंचायतीराज विभाग स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण का संचालन कर रहा है। कार्यक्रम के तहत बेसलाइन सर्वे की सूची से छूटे हुए परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण कराने के साथ ही प्रोत्साहन राशि दी जानी है। बीते वर्ष कराए गए सर्वे में 1.26 लाख परिवार बेसलाइन सर्वे 2012 की सूची से वंचित पाए गए थे। इन परिवारों को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर तैनात कर्मियों को जिम्मेदारी दी गई है। एडीओ पंचायत की अगुवाई में टीम सुबह-शाम गांवों में जाकर कार्यक्रम का फॉलोअप कर रही है। अभी तक लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 20 फीसद परिवारों के घरों में शौचालय बन सके हैं। गोंडा जिले के निगरानी की जिम्मेदारी स्वच्छ भारत प्रेरक नैयना प्रधान को सौंपी गई है। उप निदेशक पंचायत व नोडल अफसर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योगेंद्र कटियार ने संबंधित जिलों के अफसरों निर्देश जारी कर दिए हैं।