बाल क्रीड़ा में झंझरी चैंपियन
गोंडा: परिषदीय स्कूलों की जनपदीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में ओवरआल चैंपियनशिप का खिताब शिक्षा क्षेत्र
गोंडा: परिषदीय स्कूलों की जनपदीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में ओवरआल चैंपियनशिप का खिताब शिक्षा क्षेत्र झंझरी को मिला। पूर्व माध्यमिक स्तर पर पंकज कुमार व स्वाती व प्राथमिक स्तर पर बृजेश कुमार व आरती पाल को व्यक्तिगत चैंपियनशिप प्रदान की गई।
सोमवार को पुलिस लाइन में जनपदीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने किया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में होने वाले खेलों के आयोजन में विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाय। बीएसए डॉ. फतेह बहादुर सिह ने कहा कि इससे अनुशासन की भावना मजबूत होती है। प्रतियोगिता के घोषित परिणाम में पूर्व माध्यमिक स्तर पर बालक संवर्ग में 100 मीटर दौड़ में पंकज कुमार, रोहित मिश्रा, विनोद कुमार, 200 मीटर दौड़ में पंकज, शत्रुहन मौर्य, हितेश गुप्त, 400 मीटर दौड़ में हितेश गुप्त, तस्लीम, रोहित, 600 मीटर में हितेश गुप्त, शत्रोहन, विकास, लंबी कूद में पंकज, विकास, अर¨वद, गोला फेंक में नंदलाल, सलमान, रोहित, चक्का फेंक में मोहित, जाबिर, महेश को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान मिला। खो-खो में मनकापुर को प्रथम व तरबगंज को द्वितीय, कबड्डी में रुपईडीह को विजेता व वजीरगंज को उप विजेता घोषित किया गया। बालिका संवर्ग में 100 मीटर दौड़ में रेखा, आरती, काजल व अनामिका को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान मिला। 200, 400, 600 मीटर दौड़ में स्वाति मिश्रा को प्रथम स्थान मिला। लंबी कूद में संगीता वर्मा, अनामिका यादव, आरती शर्मा, गोला फेंक में आरती, आरती शर्मा, नानमुन्नी यादव, चक्का फेंक में बबली, नानमुन्नी, आरती शर्मा को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान मिला। खो-खो में मनकापुर, तरबगंज, कबड्डी में मुजेहना, झंझरी, वालीबाल में मनकापुर व रुपईडीह, हैंडबाल में झंझरी, रुपईडीह व अन्त्याक्षरी में झंझरी, मनकापुर को क्रमश: विजेता व उपविजेता घोषित किया गया। निर्णायक मंडल में जिला व्यायाम शिक्षक संजय ¨सह, अफजाल अहमद, ओम शंकर यादव, सुशील कुमार सहित अन्य मौजूद थे। संचालन रघुनाथ पांडेय, डॉ. उमा ¨सह, मंजेष मौर्य, डॉ. वाटिका कंवल ने किया। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी ममता ¨सह, अश्वनी गुप्ता, यज्ञनरायन वर्मा, आनंद प्रताप ¨सह, श्याम प्रताप ¨सह, ओंकार नाथ वर्मा, उदय शंकर चौधरी, राम राज के साथ ही शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी आदि थे।