Move to Jagran APP

घरों में अदा की गई जुमा की नमाज

जासं गाजीपुर कोरोना को लेकर चल रहे लाक डाउन के चलते नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की मस्जिदों में शुक्रवार को जुमा की नमाज पढ़ने के बजाय लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की। कोरोनो से इंसानों को बचाने के लिए दुआएं मांगी गईं। इस दौरान मस्जिदों में चार-पांच लोग ही नमाज में शामिल रहे। इसको लेकर मस्जिदों से एक दिन पहले ही लोगों को खबर प्रसारित कर दी गई थी। पुलिस प्रशासन भी इसको लेकर सक्रिय रहा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Mar 2020 05:10 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 05:10 PM (IST)
घरों में अदा की गई जुमा की नमाज
घरों में अदा की गई जुमा की नमाज

जासं, गाजीपुर : कोरोना को लेकर चल रहे लॉकडाउन के चलते नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की मस्जिदों में शुक्रवार को जुमा की नमाज पढ़ने के बजाय लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की। कोरोना से इंसानों को बचाने के लिए दुआएं मांगी गईं। इस दौरान मस्जिदों में चार-पांच लोग ही नमाज में शामिल रहे। इसको लेकर मस्जिदों से एक दिन पहले ही लोगों को खबर प्रसारित कर दी गई थी। पुलिस प्रशासन भी इसको लेकर सक्रिय रहा।

loksabha election banner

मुहम्मदाबाद : लॉकडाउन के चलते घरों में ही नमाज अदा की गई। इसे लेकर पुलिस प्रशासन सक्रिय रहा। बहरियाबाद : स्थानीय कस्बा सहित क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य मलिकन, दरगाह, चिलबिलिया, देईपुर आदि गांवों में मुस्लिम बंधुओं ने घर पर ही नमाज पढ़ी। नमाज के बाद अल्लाह ताला से कोरोना से इंसानों को बचाने के लिए दुआएं भी मांगी गई। बारा : स्थानीय गांव में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए घरों में जुमा की नमाज अदा की गई। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जो सोशल डिस्टेंसिग की बात कही गई है उसे लेकर ही उलेमाओं ने यह कदम उठाया है। बारा गांव में सभी मस्जिदों से माइक द्वारा ऐलान किया गया कि जुमा की नमाज पढ़ने के लिए कोई भी व्यक्ति मस्जिद न आए। अजान होने के बाद वह अपने घरों में ही नमाज अदा कर लें। उलेमाओं ने सभी से अपील करते हुए कहा कि लोग गली मोहल्ले में भी इकट्ठा न हों, सरकार के फैसले पर अमल करते हुए अपने - अपने घरों में रहें, बहुत जरूरी हो तभी घर से निकलें। उलेमाओं ने कहा कि इस्लाम एक मुकम्मल मजहब है और कुरान ए पाक में हर चीज का हल बताया गया है। बस जरूरी है कि हम कुरान हदीस पर अमल करें। वहीं, उलेमाओं ने यह भी कहा कि पांच वक्त की जो अजान और नमाज हो रही है, वह होती रहेगी। इसमें गांव के लोग मस्जिद न जाकर घर पर ही नमाज पढ़ा करेंगे, मस्जिद के इमाम, मुअज्जिन और दो तीन लोग ही मस्जिद में नमाज अदा कर लेंगे।

-

घर में पढ़े नमाज का सबाब कम नहीं होता

खानपुर : क्षेत्र के दर्जनभर मस्जिदों में शुक्रवार को जुमे की नमाज सामूहिक रूप से अदा नहीं की गई। सभी मस्जिदों से मौलवियों ने सुबह पांच बजे की अजान में ही घोषणा कर दिया कि शुक्रवार से कोई भी नमाजी मस्जिद में नहीं आएगा और अपने अपने घरों में ही पूरी शिद्दत से नमाज अदा करेगा। घर में बच्चों और परिवार के साथ अदा की गई नमाज के सबाब अच्छा होता है। खानपुर के शमसीर शिद्दीकि और रामपुर के मो. समसुद्दीन ने कहा कि मुल्क की सलामती और लोगों की हिफाजत के लिए उठाए गए कदमों का हम पूरी तरह से एहतराम और इस्तकबाल करते हैं। जब तक यह वैश्विक महामारी पूरी तरह से हिदुस्तान की धरती से नेस्तोनाबूद नहीं हो जाती हम लोग सामूहिक रूप से नमाज ही नहीं बैठकें भी नहीं करेंगे। खानपुर पुलिस ने सभी मस्जिदों पर कड़ी निगरानी के साथ मौलानाओं से संपर्क स्थापित कर लॉकडाउन का पालन कराया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.