ग्रामीणों ने की पीपा पुल की मरम्मत
चोचकपुर में गंगा नदी पर बने पीपा पुल पर शुक्रवार की शाम एक पीपा में पानी भर जाने के कारण धीरे-धीरे वह डूबने लगा।
जागरण संवाददाता, करंडा (गाजीपुर) : ब्लाक अंतर्गत चोचकपुर में गंगा नदी पर बने पीपा पुल पर शुक्रवार की शाम एक पीपा में पानी भर जाने के कारण धीरे-धीरे वह डूबने लगा। राहगीरों के शोर मचाने पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत कर पानी को निकाला। इससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
एक पीपा अचानक धीरे-धीरे डूबने लगा, मची अफरा-तफरी
प्रतिदिन की तरह राहगीर इस पीपा पुल से यात्रा कर रहे थे, तभी एक पीपा अचानक धीरे-धीरे डूबने लगा। इससे अफरा-तफरी मच गई और राहगीर शोर मचाने लगे। इस पर कर्मचारियों ने जब निरीक्षण किया तो पता लगा कि बीच का एक पीपा फटने की वजह से उसमें पानी भर रहा है। इस पर स्थानीय लोगों की मदद से पीपा पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिग लगाकर कर्मचारी मरम्मत में जुट गए। स्थानीय लोगों की मदद से एक बड़ा हादसा टल गया
स्थानीय ग्रामीण बबलू विश्वकर्मा ने जनरेटर की व्यवस्था की। मुन्ना विश्वकर्मा के साथ फटे पीपा को वेल्डिग करने का कार्य पूरा किया व पीपा में भरे पानी को टुल्लू पंप के माध्यम से निकाला गया। स्थानीय लोगों की मदद से एक बड़ा हादसा टल गया।
चार घंटे की कड़ी मशक्कत से रात नौ बजे तक आवागमन हुआ बहाल
लगभग चार घंटे की कड़ी मशक्कत से रात नौ बजे तक आवागमन को पुन: बहाल कर लिया गया। पुल मरम्मत के इस कार्य में चोचकपुर निवासी रुस्तम अली, राकेश सिंह व प्रहलाद चौधरी का अतुलनीय योगदान रहा। ज्ञात हो कि यह पीपा पुल गाजीपुर से चंदौली जिले को जोड़ता है। शादी-विवाह के सीजन के चलते यह रास्ता लोगों के आवागमन से अति व्यस्त रहता है।