दो दिवसीय साहित्य सम्मेलन में कथक व लघुकथा से बांधा समा
सेवराई (गाजीपुर) हिदी जासूसी उपन्यास के जनक गोपाल राम गहमरी की स्मृति में दो दिवसीय साहित्यकार सम्मेलन व सम्मान समारोह शनिवार की दोपहर शुरू हुआ।
जासं, सेवराई (गाजीपुर) : हिदी जासूसी उपन्यास के जनक गोपाल राम गहमरी की स्मृति में दो दिवसीय साहित्यकार सम्मेलन व सम्मान समारोह शनिवार की दोपहर शुरू हुआ। कलाकारों ने कथक नृत्य व लघुकथा का वाचन कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शुभारंभ मुख्य अतिथि परीक्षित सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दो दिवसीय आयोजन में सुप्रसिद्ध साहित्यकारों व कलाकरों का लगा जमघट लगा है। उनकी प्रस्तुति देख लोग मोहित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब दुनियां के सारे मार्ग बंद हो जाते हैं तब साहित्य की तरफ देखा जाता है। साहित्यकार युग ²ष्टा होता है। उसे आने वाले समय में क्या होगा इसका पहले ही आभास हो जाता है। उन्होंने इस तरह के साहित्यिक कार्यक्रम करने के लिए संयोजक अखंड सिंह की सराहना की। कलाकार ईशा रतन व मीशा रतन द्वारा कथक नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसे लोगों ने सराहा। रचनाकार सुधीर सिंह, संतोष वर्मा, सुधाकर, सीतादेवी राठी, धर्मवीर भारती, बसंत कुमार आदि ने लघुकथा प्रस्तुत किया। विमलेश सिंह गहमरी, बाल्मीकि सिंह, लक्ष्मीकांत उपाध्याय, रामेश्वर सिंह, जनार्दन, अखंड गहमरी आदि थे। अध्यक्षता अशोक कुमार सिंह व संचालन मिथिलेश गहमरी ने किया।